स्वामी प्रसाद के रहते रायबरेली के अप्टा कांड में न्याय की उम्मीद नहीं
भाजपा नेता दिनेश दुबे ने रायबरेली के अप्टा कांड पर बताया कि परिवार के लोगों ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया है।
रायबरेली (जेएनएन)। भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री किसान मोर्चा दिनेश दुबे ने रविवार को प्रतापगढ़ के देवरा गांव जाकर अप्टा कांड में मरने वाले युवकों के परिवारीजनों से मुलाकात की। भाजपा नेता ने बताया कि परिवार के लोगों ने कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता ने उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। साथ ही पीडि़त परिवार के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने की भी बात कही है।
प्रतापगढ़ से लौटते वक्त राही पर्यटन स्थल में पत्रकारों से रूबरू भाजपा नेता ने कहा कि अप्टा की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बताया कि मृतक रोहित शुक्ल के पिता गिरिजाशंकर ने कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। बोले, रोहित के पिता ने कहा है कि उनको मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है लेकिन, स्वामी प्रसाद के रहते न्याय मिलेगा, इसको लेकर आशंका है। पांचों युवकों की हत्या साजिशन की गई, जिसमें मंत्री की भी भूमिका है।
मृतकों के घरवालों को मिले असलहे का लाइसेंस
दिनेश ने कहा कि मृतकों के परिवारीजनों को असलहे का लाइसेंस जल्द मिले, इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं क्योंकि पीडि़तों के जानमाल के खतरे की बात सामने आई है। मुख्यमंत्री से मिलकर सुरक्षाकर्मी तैनात करने का भी आग्रह किया जाएगा।
तनु और तन्मय को पढ़ाएंगे सामाजिक संगठन
भाजपा नेता ने बताया कि वह पीडि़त परिवारों के बच्चों को गोद लेने के उद्देश्य से भरतगंज और देवरा गए थे। वहां मृतक रोहित के परिवार की माली हालत ठीक मिली। अंकुश मिश्र और अनूप मिश्र गरीब परिवार से थे। अंकुर की दो साल की बेटी तनु को सुकन्या योजना के तहत लाभ दिलाया जाएगा। तनु और अनूप के बेटे तन्मय की पढ़ाई का खर्च सामाजिक संगठन उठाएंगे। लखनऊ से प्रतापगढ़ जाते वक्त बछरावां में भाजपा नेता दिनेश दुबे को पुलिस प्रशासन द्वारा रोका गया। उन्होंने प्रतापगढ़ जाने की बात कही। इस पर काफी मशक्कत के बाद उन्हें आगे जाने की अनुमति दी गई।
जांच होगी तेज, सीएम को देंगे रिपोर्ट
वारदात के 20 दिन गुजरने के बाद भी विवेचना की गति धीमी होने के सवाल पर दिनेश दुबे ने कहा कि विवेचना निष्पक्ष होगी। दोषी ही जेल भेजे जाएंगे। दिनेश दुबे ने बताया कि देवरा में घरवालों ने जो भी बातें उनसे साझा कीं, उसकी रिपोर्ट वह मुख्यमंत्री को देंगे। इस घटना में अगर किसी नेता पर दोष साबित होता है तो चाहे वो जितने ही बड़े पद पर क्यों न हो, उसके खिलाफ कार्रवाई तय है। योगी सरकार की यही नीति है कि दोषी कतई बख्शे नहीं जाएंगे।