डायरिया से मासूम की मौत, भाई-बहन और मां बीमार
रायबरेली : डायरिया से पीड़ित मासूम की बुधवार को मौत हो गई। मासूम की मां बुखार से जबकि भा
रायबरेली : डायरिया से पीड़ित मासूम की बुधवार को मौत हो गई। मासूम की मां बुखार से जबकि भाई-बहन डायरिया से पीड़ित हैं। रुपये न होने के कारण भट्ठा श्रमिक अपनों का इलाज नहीं करा पा रहा है।
मूल रूप से महोबा जिले के थाना झलखारी अंतर्गत अकटोहा निवासी शिव दयाल ऊंचाहार के रामसांडा गांव में ईंट-भट्ठे पर काम करता है। यहां पर वह अपने परिवार के साथ रहता है। शिव दयाल के तीन माह के बेटे धीरेंद्र को एक सप्ताह पहले डायरिया हो गया था। उसका जमुनापुर चौराहा स्थित निजी चिकित्सक के यहां इलाज चलता रहा लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। फिर धीरेंद्र को सीएचसी लाया गया। सीएचसी में उसकी गंभीर दशा को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बुधवार को जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। वहीं घर पर शिव दयाल के दो बच्चों नरेंद्र और राशी को भी डायरिया है। उनका इलाज अभी निजी अस्पताल में चल रहा है। उसकी पत्नी चंदा भी बुखार से पीड़ित है। शिव दयाल का कहना है कि उसके पास इलाज तक को पैसे नहीं है। भट्ठा मालिक उसे पैसा नहीं दे रहा है।
सीएचसी में होगा इलाज
भट्ठा श्रमिक के घर पर उसकी पत्नी और बच्चों के बीमार होने की सूचना स्थानीय पूर्व बीडीसी ज्ञान बहादुर ¨सह, श्रीकांत पांडेय, कनक बिहारी ¨सह आदि को मिली। उन्होंने श्रमिक से संपर्क किया और बीमार परिवार के सदस्यों को सीएचसी लाने के लिए कहा। अस्पताल में इलाज की निशुल्क सुविधा तो है। फिर भी जरूरत पड़ने पर अगर बाहर की दवाओं की आवश्यकता पड़ती है तो उसका खर्च ये लोग वहन करेंगे। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक आरबी ¨सह यादव ने बताया है कि श्रमिक की पत्नी और बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है।