विकास गति धीमी, शिकायत निस्तारण में भी जिला फिसड्डी
रायबरेली जिले में विकास योजनाओं को लेकर अफसर तनिक भी संजीदा नहीं है। विकास की गति ध
रायबरेली : जिले में विकास योजनाओं को लेकर अफसर तनिक भी संजीदा नहीं है। विकास की गति धीमी होने के कारण टॉप 20 से जिला बाहर है। वहीं शिकायतों के निस्तारण में भी हीलाहवाली सामने आ गई है। इसमें भी रैंकिग बेहतर नहीं है। डीएम की सख्ती के बाद भी अधिकारी सुधरने के नाम नहीं ले रहे हैं। गलत रिपोर्ट लगाकर किरकिरी कराने में लगे हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने समीक्षा बैठक की थी। इसमें भी रैंकिग को लेकर चिता जाहिर करते हुए अफसरों को चेतावनी दी। इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ। दिसंबर 2019 की रैंकिग आई तो इसमें जिले की खूब किरकिरी हो रही है। खासतौर पर डिफाल्टर के मामले आने से अंक को नुकसान पहुंचा है।
शिकायतों के निस्तारण में खानापूरी पड़ी भारी
शिकायतों के निस्तारण में खानापूरी भारी पड़ रही है। यही वजह है कि डीएम के दफ्तर से लेकर संपूर्ण समाधान दिवस में लोग एक ही शिकायत को लेकर कई बार पहुंच रहे हैं। डीएम द्वारा लगातार परीक्षण कराया जाता है। इसके बावजूद अफसर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
15 जिले संयुक्त रूप से पहले नंबर पर
दिसंबर माह की जारी सूची में 15 जिले संयुक्त रूप से पहले नंबर पर रहे। इसमें अमेठी भी शामिल है। इसके अलावा हापुड़, इटावा, एटा, कन्नौज, जालौन, प्रतापगढ़, फर्रुखाबाद, बदायूं, बागपत, महोबा, रामपुर, ललितपुर, हमीरपुर, हाथरस रहा।