राष्ट्रीय पटल पर चमके निफ्ट से निकले डिजाइनर
- इंस्ट्राग्राम फेसबुक वाट्सएप के माध्यम से हो रही डिमांड
अजय सिंह, रायबरेली : फैशन की दुनिया में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नालॉजी (निफ्ट) की प्रतिभाएं नित नई-नई ऊंचाइयां छू रही हैं। फिल्म जगत और कपड़ों की इंडस्ट्रीज से जुड़कर नाम कमा रही हैं। कोरोना महामारी में जब सबकुछ ठहर गया तो इन प्रतिभाओं ने घर में ही रहकर हुनर को तराशा। महामारी से बचाव को ऐसे मास्क बनाए जो फैशन की दुनिया में धाक जमाते हुए बाजार में छा गए। जो लोग मास्क से दूर भागते थे, वह भी इनके करीब आ गए। अब इनके डिजाइन किए मास्क की मांग देशभर में होने लगी है। इतना ही नहीं, ऑन लाइन शॉपिग में भी छाए हुए हैं। मास्क में सफलता मिली तो पर्स, साड़ी, सूट और घरेलू साज-सज्जा के समान बनाने में लग गए। इंस्ट्राग्राम, फेसबुक, वाट्सएप पर लोग जुड़ रहे हैं। सोशल साइट से बनी चेन के सहारे अपने शहर से निकलकर देश के विभिन्न राज्यों में इनके उत्पाद बिक रहे हैं। ऐसे में देश के कोने-कोने से डिमांड आने लगी है। निफ्ट के निदेशक डॉ. भरत शाह का कहना है कि संस्थान से प्रशिक्षण लेने वाले युवा हर स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी ख्याति अर्जित कर रहे। मास्क निर्माण भी उसी कड़ी में शामिल है।
150 से 300 तक के हैं मास्क, सात सौ पीस की हो जाती ऑनलाइन बिक्री:वर्ष 2019 में निफ्ट में कोर्स पूरा कर चुकीं शहर के प्रताप नगर बहराना निवासी ज्योति यादव के पिता रेलवे में हैं। वह मां के साथ दिनभर घर में रहती हैं। कहती है कि मां से ही उन्हें इस क्षेत्र में जाने की प्रेरणा मिली। उनके डिजाइन किए गए मास्क 150 से 300 रुपये तक के हैं। हर महीने छह सौ से सात सौ पीस की ऑनलाइन बिक्री हो जाती है। इसके अलावा पर्स, होम डेकोरेशन की सामग्री भी तैयार करते हैं। ऑन लाइन कंपनियों से जुड़ने के लिए भी फर्म बना रही हूं। जल्द ही प्रमुख कंपनियों में मेरा उत्पाद भी शामिल हो जाएगा।
यूपी से लेकर उड़ीसा-राजस्थान तक बनी चेन: ज्योति बताती है कि उनकी साथी जागृति उड़ीसा से हैं। महिलाओं को जोड़कर स्वयं साड़ी और सूट पर डिजाइन बनाती हैं। सोशल साइट्स के माध्यम से लोगों से जुड़ रही हैं। इसी तरह निफ्ट से राजस्थान की निधि पांडेय और मुरादाबाद की श्वेता मास्क, कपड़े, आर्टीफिशियल ज्वैलरी आदि पर डिजाइन बनाकर देश भर में हुनर का प्रदर्शन कर रही हैं।