Move to Jagran APP

जर्जर हाईवे से होकर एम्स पहुंच रहे मरीज

जासं, रायबरेली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) तक पहुंचने के महज दो ही रास्ते हैं। श्

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 06:24 PM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 06:24 PM (IST)
जर्जर हाईवे से होकर एम्स पहुंच रहे मरीज
जर्जर हाईवे से होकर एम्स पहुंच रहे मरीज

जासं, रायबरेली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) तक पहुंचने के महज दो ही रास्ते हैं। शहर से आने वाले लोग हों या गैर जनपद से कोई आना चाहे, उसे इन्हीं दो रास्तों से होकर जाना पड़ेगा। मगर, दोनों ही खस्ताहाल हैं। उखड़ी हुई सड़क की गिट्टियां बाइक व साइकिल सवारों को दुर्घटना का शिकार बना रही हैं, तो बड़े-बड़े गड्ढे देखकर चार पहिया वाहन सवार भी सहम जाते हैं।

loksabha election banner

जिन सड़कों की यहां बात हो रही है, उनमें एक रायबरेली से मुंशीगंज होते हुए जाने वाला डलमऊ राजमार्ग है। इसका निर्माण लोक निर्माण विभाग ने कराया था। जबकि, दूसरा सैकड़ों करोड़ से बना रायबरेली-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग है। इसे केंद्र सरकार के निर्देश पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने बनवाया है। इसी महीने खुली एम्स की ओपीडी में इलाज कराने के लिए पहुंचने के लिए मात्र यही दोनों रास्ते हैं। रायबरेली-इलाहाबाद एनएच मुंशीगंज बाजार में शहीद स्मारक मोड़ से लेकर दरियापुर तिराहा तक तो रायबरेली-डलमऊ मार्ग मुंशीगंज चौराहे से लेकर एम्स तक बदहाल है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। यह हाल तब है जब एम्स ओपीडी में प्रतिदिन पांच सैकड़ा से अधिक रोगी आते हैं। मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। फिर भी दोनों विभागों के अफसर इसे लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। मुंशीगंज के निवासी और व्यापारी भी परेशान

सड़कों की बदहाली से सिर्फ रोगी ही नहीं, बल्कि मुंशीगंज के व्यापारी और स्थानीय निवासी भी परेशान हैं। दरियापुर के ज्योतिशरण यादव का कहना है कि पिछले कई महीनों से सड़क ध्वस्त है। जहां पर मुंशीगंज का साप्ताहिक बाजार लगता है, वहां पर बड़ा गड्ढा हो गया है। कुचरिया के संजय पाल ने बताया कि डलमऊ रोड पर रेलवे क्रॉ¨सग के पास हुए गड्ढे में आए दिन बाइक और साइकिल सवार गिरते हुए नजर आते हैं। रघुनाथपुर कटैली निवासी शिव कुमार ने बताया कि जब भी चारपहिया वाहन गड्ढे से गुजरता है तो उसका गंदा पानी उछलकर लोगों के ऊपर और दुकानों तक पहुंचता है। इससे लोगों को परेशानी और दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। मधुपुरी के गुरु प्रसाद ने इस बात पर नाराजगी जताई कि एम्स की ओपीडी खुलने के बाद भी अफसर सड़कों की मरम्मत नहीं करा रहे हैं। इससे रोगियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। अफसरों को बारिश खत्म होने का इंतजार

सड़कों की मरम्मत के लिए अफसरों को बारिश का मौसम बीतने का इंतजार है। एनएचएआइ के पीडी सीएम द्विवेदी ने बताया कि सड़क की मरम्मत कराई जानी है, लेकिन बारिश के कारण काम नहीं हो पा रहा है। उधर, लोक निर्माण विभाग के नोडल अफसर और निर्माण खंड प्रथम के एक्सईएन एसके कठेरिया ने कहा कि सड़क निर्माण खंड प्रथम ने कराया था। संबंधित खंड के एक्सईएन को सड़क के गड्ढे भरवाने के लिए कहा जाएगा। शेष डामरीकरण का काम बारिश के बाद होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.