देसी बंदूक और दहशतगर्दी का हाईटेक अंदाज
रायबरेली पांच युवक अपराध की दुनिया में बड़ा नाम कमाने निकले थे। अंदाज भी उनके बेहद शाि
रायबरेली : पांच युवक अपराध की दुनिया में बड़ा नाम कमाने निकले थे। अंदाज भी उनके बेहद शातिराना और हाईटेक रहे। मोबाइल में एप डाउनलोड कर इंटरनेट कॉलिग के जरिए एक करोड़पति शख्स तक पहुंच बनाई। फिर अलग-अलग जगहों पर बुलाते रहे और आखिर में चार लाख रुपये वसूल भी लिए। लेकिन, जब वे पकड़े गए तो उनके पास देसी अद्धी बंदूक और सामान्य मोबाइल ही बरामद हुआ। वे लगातार 20 दिन तक पुलिस को छकाते रहे, लेकिन खाकी का इशारा देख-देखकर व्यापारी भी हर बात मानता गया। और फिर एक बड़ा गैंग दबोच लिया गया।
वाकया 20 जनवरी का है। शहर के एक प्रतिष्ठित उद्यमी / व्यापारी के फोन पर कॉल आई। जिसमें एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगी गई। फोन आते ही पूरे परिवार के होश उड़ गए। लोहे का कारोबार करने वाले रसूखदार ने पहले तो कुछ ले देकर मामला सुलटाने की बात सोची। लेकिन, उनके शुभचितकों ने मामले को जिम्मेदार पुलिस अफसरों तक ले जाने की सलाह दी। फिर ये सारी जानकारी पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाईं को मिली। चूंकि शहर के व्यापारी से जुड़ा मामला था। ऐसे में शहर कोतवाल को इस बड़े ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई। वैज्ञानिक तरीके से हर चीज पारदर्शी और स्पष्ट रहे, इस नाते सर्विलांस टीम को भी साथ लगाया गया। दोनों दस्ते व्यापारी के हमराह हो लिए। चौबीसों घंटे उनकी सुरक्षा सहित पूरे हालात की निगरानी होने लगी। इस दौरान बदमाशों ने जब-जब, जहां-जहां पैसा लेकर बुलाया, उद्यमी खुद ड्राइवर (सादे कपड़ों में पुलिस) को लेकर पहुंचते रहे। उनका हर इशारा मानते गए। नतीजतन गांव, गिरांव के युवक जो बड़ा बदमाश बनने निकले थे, वे जेल पहुंच गए।
इंटरनेट कॉलिग, हॉलैंड तो कभी पोलैंड
पुलिस ने जब कॉल ट्रेस की। सारी चौसर बिछाई तो उनके सिर भी चकरा गए। क्योंकि व्यापारी को जो पहली कॉल आई थी, उसकी लोकेशन पोलैंड दिखा रही थी। ऐसे में फिर दूसरी कॉल का इंतजार किया गया। इस दफा हॉलैंड। उसके बाद इंग्लैंड से कॉल की लोकेशन मिली। अब पुलिस ने ये पता करना शुरू किया कि ये विदेशों से कॉल कैसे आती है। तो जानकारी मिली की एक खास एप को डाउनलोड कर बदमाशों ने कॉलिग की थी।