पटाखों की दुकानों से गुलजार हुआ बस स्टेशन परिसर
संसू, लालगंज (रायबरेली) : नशेड़ियों का अड्डा बन चुके राजकीय बस स्टेशन पर अब तीन दिनों तक
संसू, लालगंज (रायबरेली) : नशेड़ियों का अड्डा बन चुके राजकीय बस स्टेशन पर अब तीन दिनों तक चहल-पहल रहेगी। बस स्टेशन परिसर में प्रशासन ने पटाखा बाजार खोलवा दिया है। एक दर्जन से अधिक अस्थाई दुकानों में पटाखे लेने के लिए यहां लोगों की भीड़ भी लगने लगी है। यहां भीड़ देखकर अब मूंगफली से लेकर अन्य खाद्य पदार्थो की भी दुकानें भी सज गई हैं।
दरअसल, यहां पूरा साल सन्नाटा पसरा रहता है। अब उस मैदान में तीन दिनों तक रोशनी व चहल-पहल रहेगी। लालगंज-कानपुर मुख्य मार्ग पर बैसवारा डिग्री कालेज के सामने लगभग पांच बीघा भूमि राजकीय बस स्टेशन के नाम पर चहारदीवारी से घिरी है। इसमें कमरे बरामदे, शौचालय आदि बने हैं लेकिन बस स्टेशन का भवन अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति न होने से बदहाल हो चुका है। दिनभर युवा इसका खेल मैदान के रूप में इस्तेमाल करते हैं तो शाम होते ही जुआड़ियों एवं स्मैकियों का जमावड़ा लग जाता है। कई वर्षो से वहां बसें नहीं रुक रही हैं। बसें वीरापासी चौक से बाईपास रोड, गांधी चौराहा, बेहटा चौराहा, बृजेंद्र नगर से नगर के बाहर से ही निकल जाती हैं। इससे बस स्टेशन निष्प्रयोज्य साबित हो रहा है। यहां बने कमरों समेत पूछताछ केंद्र के कमरे के पल्ले गायब हो चुके हैं। बिजली के लिए लगाए गए उपकरण ध्वस्त हैं और वाय¨रग उखड़ चुकी है। शौचालय बदहाल हैं।
परिसर में घास खड़ी है। चहारदीवारी जगह-जगह से टूटकर ध्वस्त हो गई है। जून 2011 मे क्षेत्रीय प्रबंधक लखनऊ व एआरएम परिवहन निगम ने तहसील कार्यालय में तत्कालीन उपजिलाधिकारी जयनाथ ने वार्ता की थी। इसमें क्षेत्रीय प्रबंधक ने राजकीय बस स्टेशन को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप योजना के तहत चमकाने की बात कही थी। इसके तहत यहां यात्रियों के ठहरने, बैठने, रात्रि विश्राम करने, बसों के ठहराव और खान-पान के लिए कैंटीन आदि के साथ ही लाइट की पुख्ता व्यवस्था कराने की बात कही गयी थी। लेकिन यह योजना भी कहां गुम हो गयी, इसे बताने वाला कोई नहीं है।