10 प्रधानाध्यापक और चार शिक्षकों का रोका वेतन
रायबरेली : परिषदीय विद्यलयों में शिक्षण व्यवस्था में सुधार को लेकर शिकंजा कसना शुरू हो गय
रायबरेली : परिषदीय विद्यलयों में शिक्षण व्यवस्था में सुधार को लेकर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। बीएसए और डीसी एमडीएम ने अलग-अलग विद्यालयों का निरीक्षण किया। इसमें चार शिक्षक गैरहाजिर मिले। वहीं 10 विद्यालयों एमडीएम में खामियां रही। इस पर सभी का वेतन रोक दिया है। साथ ही नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
बीएसए पीएन ¨सह ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय भुएमऊ में शिक्षिका गीता मिश्रा, साधना मिश्रा, दिनेश कुमार, राहुल ¨सह चौहान अनुपस्थित मिले। इस पर सभी का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी कर दिया गया। इसी तरह एमडीएम रजिस्टर में कार्य अपूर्ण मिलने उच्च प्राथमिक विद्यालय पट्टी रहस कैथवल प्रधानाध्यापक शांती देवी, प्राथमिक विद्यालय ममुनी प्रधानाध्यापक शकील अहमद, उच्च प्राथमिक विद्यालय ममुनी प्रधानाध्यापक रामकिशोर ¨सह, प्राथमिक विद्यालय मनीरामपुर प्रधानाध्यापिका माधुरी देवी और प्राथमिक विद्यालय इमली तिराहा डीह प्रधानाध्यापिका मोनिका शुक्ला का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई। इनसेट
छात्र संख्या में हेराफेरी, नोटिस
एमडीएम जिला समन्वयक विनय तिवारी ने पांच विद्यालयों का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय नरेंद्रपर में उपस्थित छात्र संख्या में हेराफेरी मिली। मौके पर 25 छात्र मिले, जबकि हर दिन औसतन 45-50 दर्ज किया गया। इस पर प्रधानाध्यापक विक्रम ¨सह का वेतन रोक दिया। इसी तरह एमडीएम रजिस्टर अपूर्ण समेत अन्य खामियों पर प्राथमिक विद्यालय मधुपुरी की प्रधानाध्यापिका सुमन यादव, उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रेम श्रीवास्तव, नेहरू स्मृति इंटर कॉलेज डलमऊ के सुनील मिश्र और राम प्रताप ¨सह जूनियर हाईस्कूल गौरा के प्रधानाध्यापक गंगाचरण रावत का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया है।
पांच साल से गैरहाजिर शिक्षिका को सेवा समाप्ति नोटिस
शिक्षा विभाग में ऐसे भी शिक्षक है, जो कई सालों से गैरहाजिर चल रहे हैं। विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके तहत अमावां ब्लॉक के जूनियर हाईस्कूल अमावां में तैनात चमन आरा पिछले पांच साल से अनुपस्थित चल रही है। विभाग की ओर से कई बार नोटिस जारी किया गया। इसके बावजूद उपस्थित नहीं हुई। खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कनौजिया ने बताया कि सेवा समाप्ति की नोटिस जारी कर दी गई है। बीएसए का कहना है कि विभाग में ऐसे जो भी मामले हैं, उनकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।