खून की जांच बंद, प्रसूताओं को सबसे ज्यादा परेशानी
रायबरेली : एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही ह
रायबरेली : एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। सीएचसी, पीएचसी ही नहीं जिला महिला और पुरुष अस्पताल में भी मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर संविदा चिकित्सा कर्मियों ने 20 जनवरी से कार्य बहिष्कार कर रखा है। इसमें आउटसोर्सिंग से रखे गए कर्मचारी भी शामिल हैं। आशाबहुओं का मानदेय दस हजार रूपये किए जाने, समान कार्य समान वेतन, मानव संसाधन नीति लागू करने और आउट सोर्सिंग व ठेका नीति को समाप्त करने की मांग को लेकर चिकित्सक व कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। इसकी वजह से जिला पुरुष अस्पताल में आयुष विभाग और फीजियोथेरेपी ओपीडी में ताला लटका रहा। पैथोलॉजी में भी कामकाज प्रभावित रहा। वहीं स्टाफ के न होने से महिला अस्पताल में प्रसूताओं को भर्ती करने में दिक्कत आयी। सीएमओ आफिस में डटे डा सौरभ शर्मा, अनिल कुमार आदि ने बताया कि मांगे पूरी होने तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल
ऊंचाहार में हड़ताल के चलते संविदा कर्मचारी काम पर नहीं आए। इस वजह से अस्पताल की लैब में ताला लटका रहा। आरबीएसके की टीम भी काम से विरत रही, इस कारण स्कूलों में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो सका। हड़ताल में अनिरुद्ध द्विवेदी, नितीश, डॉ पूनम गुप्ता, डॉ दिलीप, डॉ हीरालाल, डॉ रश्मि श्रीवास्तव, अरुणा ¨सह, करुणा शंकर आदि शामिल रहे। कमोबेश यही हाल लालगंज, सलोन, परशदेपुर, डलमऊ सहित समस्त सीएचसी व पीएचसी का रहा।