बम-बम भोले के जयकारों से गूंजे शिवालय, किया जलाभिषेक
रायबरेली भगवान शंकर की भक्ति में लीन होने का महीना सावन चल रहा है। दूसरे सोमवार को
रायबरेली : भगवान शंकर की भक्ति में लीन होने का महीना सावन चल रहा है। दूसरे सोमवार को प्रदोष व्रत होने के कारण महत्व और बढ़ गया। शिवालय बोल बम की आवाज से गूंज उठे। मंदिरों में भक्तों की भीड़ सुबह से उमड़ने लगी थी। भक्तों ने जलाभिषेक कर भगवाने भोले से मुरादें पूरी करने की कामना की।
शहर के चंदापुर स्थित जगमोहनेश्वर मंदिर में भोर से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। महिलाओं और पुरुषों ने लंबी लाइन लगकर अपनी-अपनी बारी आने का इंतजार किया। इसके बाद जलाभिषेक किया। इस दौरान मंदिर परिसर बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठा। महाकालेश्वर मंदिर, बछरावां स्थित भंवरेश्वर मंदिर, झारखंडेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ दूरदराज क्षेत्रों से उमड़ पड़ी। सूची गांव में सई नदी के तट पर स्थित महेश्वरनाथ धाम मंदिर में सुबह से भक्तों लगी रही।
मोदी और योगी के टी-शर्ट में पहुंचे कांवड़िए जगमोहनेश्वर मंदिर में बैसवारा कांवड़िया संघ के पदाधिकारी और सदस्य मोदी और योगी का टीशर्ट में पहुंचे। यहां पर जलाभिषेक किया। इसमें डलमऊ, नरपतगंज, राही, महराजगंज अमावां के करीब 125 कांवड़ियां शामिल हुए। संघ जिलाध्यक्ष हेमंत कुमार अग्रहरि ने बताया कि तीसरे सोमवार को डलमऊ गंगा घाट पर जल भरकर बाल्हेश्वर बाबा ऐहार में जलाभिषेक करेंगे।
सुबह से लगी लंबी लाइन, की पूजा अर्चना
लालगंज : क्षेत्र के शिव मंदिर बाल्हेश्वर महादेव में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। गैर जिलों से भी लोग पहुंचे। कतारबद्ध होकर सभी ने भगवान भोलेनाथ का पूजन अर्चन किया। कोतवाल विनोद सिंह मय पुलिस बल के मंदिर परिसर में मौजूद रहे। परिसर में मेला भी लगा। जिसमें बच्चों ने झूलों का आनंद उठाया। वहीं महिलाओं ने घरेलू सामानों की खरीददारी भी की। 20 हजार पौधों का हुआ वितरण
लालगंज : बाल्हेश्वर महादेव मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को पौधे वितरित किए गए। सतांव विकास खंड के बल्ला बरौला गांव निवासी धर्मेंद्र मिश्रा ने बताया कि वह लगभग दस साल से पौधों का वितरण कर रहे हैं। उनका मानना है कि पौधरोपण व उनके संरक्षण से ही पर्यावरण हो हराभरा बनाया जा सकता है। लगा मेला
हरचंदपुर : क्षेत्र के अचलेश्वर मंदिर रघुवीरगंज बाजार स्थित गंगेश्वर महादेव मंदिर, श्री हनुमान कुटिया परिसर आस्तीक मंदिर लालूपुर, सेवारेश्वर मंदिर स्योंठी आदि मंदिरों में लोगों ने जलाभिषेक किया। अचलेश्वर एवं गंगेश्वर मंदिर में रुद्राभिषेक भी किया गया। आस्तीक मंदिर में लोगों ने दर्शन के बाद मेले का भी लुत्फ उठाया