बहू ने कर दी ऐसी मांग की सकते में आ गए ससुरालीजन
बहू द्वारा ससुरालीजनों से बाइक की मांग की गई। कहा कि साइकिल से नातेदारी-रिश्तेदारी, बाजार, शहर आने-जाने में शर्म महसूस होती है।
रायबरेली, जागरण संवाददाता : आम तौर पर दहेज मांगने का आरोप वर पक्ष पर ही लगता रहा है, लेकिन कन्या पक्ष भी कुछ वैसी ही मांग रख दे तो सुनने में अजीब लगेगा। ऐसा ही मामला शुक्रवार को कोतवाली पहुंचा। इसमें बहू द्वारा ससुरालीजनों से बाइक की मांग की गई। कहा गया कि साइकिल से नातेदारी-रिश्तेदारी, बाजार, शहर आने-जाने में शर्म महसूस होती है। इसलिए बाइक होनी ही चाहिए। मांग पूरी न होने पर वह छह माह से अपनी ससुराल भी नहीं गई।
क्षेत्र के एक गांव के युवक की शादी करीब एक साल पहले पास के गांव की युवती से हुई थी। शादी के बाद छह माह तक सब ठीकठाक रहा। उसके बाद जब विवाहिता विदा होकर मायके गई तो वहां से ससुराल नहीं लौटी। विवाहिता और उसके घरवालों ने वर पक्ष के सामने बाइक देने की मांग रखी। पति व ससुराल के लोग कई बार उसे विदा कराने गए मगर मांग पूरी न करने पर उन्हें वापस लौटना पड़ा। गांव में जाति-बिरादरी द्वारा पंचायत भी की गई पर नतीजा सिफर रहा। कई बार प्रयास के बावजूद जब मायके वाले नहीं माने तो ससुराल वाले कोतवाली पहुंच गए। विवाहिता की सास का आरोप है कि कन्या पक्ष के लोग उनकी बहू की विदाई नहीं कर रहे हैं। वो लोग चाहते हैं कि वर पक्ष पहले उनकी बेटी के नाम एक बाइक खरीदकर दे, तभी वे लड़की की विदाई करेंगे। मजेदार बात यह है कि बहू भी अपने मायके वालों के साथ है और वह खुद भी बिना बाइक लिए ससुराल जाने को तैयार नहीं है। फिलहाल, तो कोतवाल ने कन्या पक्ष को कोतवाली बुलाया है। मामले में सुलह का रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है। कोतवाल ने बताया कि दोनों पक्षों को आपसी बातचीत से हल निकालने की सलाह दी गई है। दोनों पक्षों के बड़े-बुजुर्गो में बातचीत हो रही है।