लालगंज आए अटल ने सरेनी सीट जिताने का किया था आह्वान
लालगंज (रायबरेली) : बात उन दिनों की है जब भाजपा की कल्याण सरकार 6 दिसंबर 1992 में गिर
लालगंज (रायबरेली) : बात उन दिनों की है जब भाजपा की कल्याण सरकार 6 दिसंबर 1992 में गिरी तो एक बार फिर से चुनावी बिगुल बज उठा। सरेनी विधान सभा से एक बार फिर से गिरीश नारायण पांडेय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में कूदे। उन्हें जिताने की अपील लेकर अटल बिहारी वाजपेयी लालगंज के मंडी समिति आए तो उनके भाषण को सुनने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ था। उनके भाषणों ने लोगों में जोश भरा और गिरीश पांडेय दुबारा चुनाव जीत गए।
विधि न्याय मंत्री रहे गिरीश नारायण पांडेय बताते हैं कि वर्ष 1993 में अटल बिहारी वाजपेई चुनावी जनसभा को सम्बोधित करने मंडी समिति लालगंज आए थे। उस समय मोबाइल नहीं थे। क्षेत्र में जैसे ही खबर फैली कि अटल बिहारी वाजपेयी चुनावी जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं लोग साइकिल, बैलगाड़ी आदि से ही बिना बुलाए ही मंडी समिति पहुंच गए।
पीठ पर हाथ रखा और बोले, कल मंत्री की शपथ लेने आना
उसके पहले वर्ष 1974 के जनसंघ के चुनाव के दौरान भी अटल जी लालगंज आए थे और पुरानी गल्ला मंडी में आयोजित जनसभा को संबोधित किया था। गिरीश नारायण पांडेय कहते हैं कि वर्ष 1992 में मंत्रि मंडल विस्तार होना था। जिसकी जिम्मेदारी पार्टी ने सांसद रहे अटल जी को सौंपी थी। 14 अगस्त 1992 की रात दो बजे तत्कालीन संघ प्रचारक श्रीप्रकाश ने उनके घर की कुंडी खटखटाई और अगले दिन वीआइपी गेस्ट हाउस लखनऊ में अटल जी द्वारा बुलवाए जाने की सूचना दी। जब वह पहुंचे तो कलराज मिश्र व लालजी टंडन पहले से बैठे थे। परिचय के बाद अटल जी ने उनसे कहा कि शाम को गवर्नर हाउस में निमंत्रण तो होगा वहां शाम 4 बजे मुलाकात होगी। जब वह वहां पहुंचे तो अटल जी ने उन्हें देखते ही उनकी पीठ पर हाथ रखा और एक कोने में ले जाकर कहा कि यहां के लोग आपको बहुत चाहते हैं, आपको कुछ जिम्मेदारी देना चाहता हूं। कल कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने आ जाना। लेकिन उसके पहले घर में भी किसी को कुछ नहीं बताना। अगले दिन 16 अगस्त 1992 को गिरीश जी ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली।