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एंबुलेंस का चक्का जाम, निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचे मरीज

- गोरा बाजार मैदान में चालकों ने बुलंद की हक की आवाज -बाइक तो कहीं रिक्शा व अन्य वाहन बने सहारा

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 12:04 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 12:04 AM (IST)
एंबुलेंस का चक्का जाम, निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचे मरीज

रायबरेली : सोमवार की सुबह करीब पांच बजे एंबुलेंस 102, 108 और एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) कर्मचारी गोरा बाजार मैदान में इकट्ठा हो गए और चक्का जाम कर दिया। सरकारी एंबुलेंस सेवा ठप हो जाने के कारण मरीजों को प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान कोई बाइक तो कोई रिक्शा या अन्य वाहनों से अस्पताल आने को विवश है।

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एंबुलेंस का चक्का जाम होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं। जिला महिला और पुरुष अस्पताल के बाहर खड़ी निजी एंबुलेंस कठिन वक्त में मददगार साबित हो रही हैं। आपदा में अवसर तलाशने वाले मरीजों से मोटी रकम भी वसूल रहे हैं। वहीं, बड़ी संख्या में रोगी निजी वाहनों को किराये पर लेकर अस्पताल पहुंचे। ऊंचाहार के बहेरवा गांव निवासी ककोरदीन को हार्ट अटैक पड़ने पर परिवारजन किराए की जीप करके सीएचसी लाए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सराय भान गांव के शीतलदीन की अचानक तबीयत खराब होने पर बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया। गांव के ही एक शख्स ने उन्हें निजी वाहन से सीएचसी पहुंचाया। दोनों मरीजों के परिवारजन ने बताया कि एंबुलेंस की हड़ताल के कारण उन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ीं। हरचंदपुर में एक वृद्ध मरीज को बाइक से सीएचसी लाया गया।

ये हैं प्रमुख मांगें

गोरा बाजार मैदान में एकत्रित एंबुलेंस चालक संघ के जिलाध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने कहा कि ठेका व्यवस्था बंद होनी चाहिए। एंबुलेंस कर्मचारियों को नौकरी सुनिश्चित हो। समस्त 108, 102 व एएलएस कर्मचारियों को नेशनल हेल्थ मिशन से संबद्ध किया जाए। समान कार्य समान वेतन लागू हो, एएलएस कर्मचारियों की नौकरी सुनिश्चित की जाए। कोरोना काल में शहीद हुए एंबुलेंस कर्मियों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए और सभी का बीमा कराया जाए। महामंत्री भानू सिंह, सुरेंद्र बहादुर सिंह, मोहम्मद हारून, अनिरुद्ध, आशुतोष तिवारी, अनिल कुमार मौजूद रहे।

जिले में 88 एंबुलेंस, इमरजेंसी सेवा रही जारी

जनपद में 108 की 44, 102 की 40 और एडवांस लाइफ सपोर्ट की चार एंबुलेंस संचालित हो रही हैं। हड़ताल होने के बावजूद रायबरेली, ऊंचाहार, बछरावां और परशदेपुर में एक-एक एंबुलेंस इमरजेंसी सेवा के लिए लगी रहीं।

एंबुलेंस चालक संघ के पदाधिकारियों को बुलाकर वार्ता की गई। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर उनका संगठन हड़ताल कर रहा है। उन्हें समझाया गया कि काम पर वापस लौट आएं।

डॉ. वीरेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी


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