जाम में फंसी एंबुलेंस, बीमार युवती की मौत
यातायात व्यवस्था रही बेपटरी ग्रामीण अंचल में भारी वाहनों ने बढ़ा दीं मुश्किलें
जासं, रायबरेली : सई नदी पर पुल की मरम्मत के लिए किया गया रूट डायवर्जन मुसीबत बन गया है। इससे जहां समूचा क्षेत्र जाम के झाम से कराह रहा, वहीं जाम में एंबुलेंस फंसने के कारण बीमार युवती समय से अस्पताल नहीं पहुंच सकी। परिवारजनों का कहना है कि समय से इलाज न हो पाने के कारण उसकी मौत हो गई।
भदोखर के सुलखियापुर गांव में मंगलवार की रात दुर्गापूजा हो रही थी। उसी में गांव की रोहिणी पुत्री दयाशंकर भी गई थी। पूजा के दौरान ही रात करीब दस बजे वह एकाएक बेहोश हो गई। स्वजन उसे एंबुलेंस से लेकर मटिहा-मछेछर मार्ग से जिला अस्पताल के लिए निकले। इस मार्ग पर भी जाम लगा हुआ था। करीब डेढ़ घंटे तक उनकी एंबुलेंस जाम में फंसी रही। रात करीब 12 बजे जब वे अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सक ने युवती को मृत घोषित कर दिया। युवती के दादा लालू ने बताया कि रोहिणी को मिर्गी आती थी। उसे समय से अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। सीओ ट्रैफिक अंजनी चतुर्वेदी का कहना है कि जाम में एंबुलेंस फंसने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। इस बारे में जानकारी ली जा रही है। यातायात व्यवस्था को सुचारु कराया जा रहा है। छोटी सड़कों पर बढ़ा भारी वाहनों का भार
रूट डायवर्जन के तहत प्रयागराज या प्रतापगढ़ जाने के लिए लखनऊ की ओर से आने वाले चार पहिया वाहनों को सारस और सिविल लाइंस चौराहे से रिग रोड की ओर मोड़ दिया जा रहा है। शारदा नहर के पास रिग रोड पकड़कर ये वाहन भदोखर थाने के करीब निकलते हैं। वहां से वाया मुंशीगंज प्रयागराज या फिर सीधे सलोन होते हुए प्रतापगढ़ की ओर से निकलते हैं। खासकर परशदेपुर रोड की बात करें तो इस सड़क की हालत निर्माण कार्य के कारण बहुत ही खस्ता है। छोटी व संकरी सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ने से पल-पल जाम की समस्या बनी है।