35 महीने बाद दारोगा हत्याकांड का एक आरोपित गिरफ्तार
अमेठी जिले में तैनात एसआइ का हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गंगागंज में हुआ था मर्डर संसू
रायबरेली : 35 महीने पहले हुए दारोगा हत्याकांड में अब जाकर एक आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ा है। इस सनसनीखेज वारदात में और भी कई संदेह के घेरे में हैं। यह बात अलग है कि खाकी अभी इन तक पहुंच नहीं सकी है। लेकिन, खाकी ने अपना जाल बिछा रखा है। उम्मीद है कि घटना में शामिल रहने वाले कई अन्य नाम भी सामने आएंगे।
वर्ष 2018 में यह वारदात 21 अगस्त हो हुई थी। क्षेत्र के मझिगवां करन गांव निवासी धर्मेंद्र गौतम पुलिस विभाग में दारोगा थे। उनकी तैनाती पड़ोसी जिले अमेठी के वायरलेस विभाग में थी। दारोगा का गंगागंज स्थित एक हॉटमिक्स प्लांट के निकट निजी नलकूप था। जिस पर अक्सर उनका रुकना होता था। इसी बीच घटना के दिन उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उस वक्त की यह सबसे सनसनीखेज वारदात रही। पहले तो स्थानीय पुलिस मामले की छानबीन करती रही, लेकिन इसमें उसे नाकामी ही हाथ लगी। जिसके बाद सितंबर-2019 में यह प्रकरण क्राइम ब्रांच लखनऊ को दे दिया गया। बताते हैं कि क्राइम ब्रांच की जांच में ही मोती का पुरवा निवासी सोनू यादव का नाम इस घटना में सामने आया था। जिसके बाद गुरुवार को स्थानीय पुलिस ने आरोपित सोनू यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के बाद से इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी हुई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसमें और भी कई लोग शामिल थे। लेकिन, अभी इनके नामों का खुलासा नहीं किया गया है।
कोट
दारोगा की हत्या के मामले में एक आरोपित को पकड़ा गया है। इसमें और कौन-कौन शामिल है, इसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।
राघवेंद्र चतुर्वेदी, सीओ महराजगंज