पीड़िता डिस्चार्ज, मीडिया के सामने आई उसकी भाभी
रायबरेली : मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली महिला को सोमवार को जिला
रायबरेली : मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली महिला को सोमवार को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। उसे पुलिस सुरक्षा में उसके घर भेजा गया है। इधर, पीड़िता की भाभी दोपहर बाद पहली दफा मीडिया से रूबरू हुई। उसने अपनी ननद पर ही संगीन आरोप लगाए। बार्ता के दौरान मुकदमे में एक आरोपित एक अन्य शख्स ने भी अपनी बातें कहीं।
पांच नवंबर को सीएम आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली महिला को सोमवार को जिला अस्पताल से घर भेज दिया गया। वह आठ नवंबर को यहां भर्ती हुई थी। सीएमएस डा. एनके श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य सुधार होने की बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। उधर, महिला की भाभी सोमवार को ही एक होटल में मीडिया से मिली और अपना पक्ष रखा। उन्होंने शिकायतकर्ता महिला यानी अपनी ननद पर ही गंभीर आरोप लगाए। सास-ससुर, पति व दूसरी ननद की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बड़ी ननद नौकरी और मकान पर एकाधिकार के लिए ऐसा कर रही हैं।
जब उन्हें पता चला कि सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में उन्हें और उनके भाई को आरोपित बनाया गया है, तब उन्होंने पुलिस से मदद मांगी। तहरीर देकर असल बात पुलिस को बतायी, जिसके आधार पर हत्या का मुकदमा लिखा गया। पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी तो सही बात सामने आ जाएगी। उधर, इसी मामले में आरोपित दिनेश चौधरी ने बताया कि उन्होंने इन भाई-बहनों से फरवरी 2013 में प्लाट की रजिस्ट्री करायी थी। मकान बेचने के लिए उनसे जनवरी 2017 में 1.30 लाख रुपये महिला ने लिए। फिर जब वह मकान खरीदने पहुंचे तो महिला उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगी। जिसके बाद से उन्होंने कभी उसके घर की तरफ रुख ही नहीं किया।
इनसेट--उत्तराधिकार के साथ स्वाभिमान की लड़ाई
पीड़िता की भाभी ने बताया कि 29 फरवरी 2016 को उनकी शादी हुई। वह सितंबर तक ससुराल में रही। इस दौरान ननद ने उत्पीड़न किया। जिसके बाद वह मायके चली गई। उनका पति अक्सर उनसे मिलने आया करता था। जून 2017 में अचानक उनका आना बंद हो गया। 18 जून को पता चला कि उनके पति की मौत हो गई। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। निश्चित तौर पर उनके पति को नशीली दवाएं खिलाकर मारा गया। अभी तक मैं उत्तराधिकार की लड़ाई लड़ रही थी। पर अब जब मेरे और मेरे भाई पर मेरे ही पति की हत्या का आरोप लगा तो मैं थाने गई। मैं नहीं चाहती थी कि परिवार की बातें सार्वजनिक हों लेकिन अब और बर्दाश्त नहीं करूंगी।