40 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गिरफ्तार, रिहा
रायबरेली : प्रदेश सरकार की ओर से हड़ताल की लगातार अनदेखी पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं न
रायबरेली : प्रदेश सरकार की ओर से हड़ताल की लगातार अनदेखी पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अपने तेवर बदल दिए। सुबह से ही विकास भवन में कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगने लगा। दोपहर बाद 40 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी देकर विरोध जताया। इस दौरान जोरदार प्रदर्शन भी किया गया। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी को समझा-बुझाकर शांत किया। इस दौरान पूरे दिन विकास भवन पुलिस छावनी में तब्दील रहा। बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की ओर से लगातार धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। करीब दो महीने होने को हैं। अभी तक उनकी मांगों को लेकर कोई घोषणा सरकार की ओर से नहीं की गई है। इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में रोष बढ़ता जा रहा है। हाल में जिला प्रभारी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट के बाद कार्यकर्ताओं में गुस्सा और बढ़ गया है। मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी देने का मन बना लिया। इसकी सुगबुगाहट हुई तो प्रशासन भी सतर्क हो गया। सुबह से ही विकास भवन में महिला पुलिसकर्मी भी पहुंचने लगीं। दोपहर तक सीओ के साथ भारी भरकम पुलिस फोर्स पहुंच गई। आक्रोशित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष लीना पांडेय की अगुवाई में गिरफ्तारी दी। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के साथ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट आलोक कुमार ने सभी को शांत कराया। गिरफ्तारी के बाद मुचलका लेकर छोड़ दिया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बदले तेवर से अफसरों में भी खलबली मची है। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन को और अधिक तेज किया जाएगा।
आखिर कब थमेगा अत्याचार
जिला प्रभारी राकेश शुक्ला, कुसुम ¨सह, नीलम सोनकर, कुमकुम श्रीवास्तव, शम्मी बेगम, कलावती, रेखा, सालसा ¨सह, सोनी बाजपेई आदि ने इस अवसर पर कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का शोषण किया जा रहा है। इतने कम मानदेय में परिवार चलाना मुश्किल है। आखिर यह अत्याचार कब थमेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो परिवार के साथ धरना दिया जाएगा।