विदेश से आए 20 नागरिक, रोजाना हो रही निगरानी
-- लक्षण मिलने पर कराई जाएगी अप्रवासियों की कोरोना जांच अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग -- खीरों में संक्रमित मिले शख्स की नहीं आई आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट घर पर चल रहा उपचार
रायबरेली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर फिर से सक्रिय हो गए हैं। 20 नवंबर से अब तक विदेश से आए 20 नागरिकों का रोजाना हाल जाना जा रहा है। इनमें से सिर्फ एक शख्स कोरोना पाजिटिव मिला है, जिसने एंटीजन जांच कराई थी। उसकी आरटी पीसीआर रिपोर्ट अभी नहीं आई है।
जिले में विदेश से आने वालों में दो आयरलैंड से हैं, बाकी सभी सऊदी अरब से। इनमें से सऊदी से लौटा युवक संक्रमित मिला है। उसने खीरों सीएचसी में गुरुवार को एंटीजन जांच कराई थी। घर पर ही उसका उपचार कराया जा रहा है। आरटी पीसीआर जांच में अगर वह पाजिटिव आता है, तो उसे उसे कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। बाकी 19 अप्रवासी पूरी तरह स्वस्थ हैं। शासन से गाइड लाइन जारी होने के बाद बस और रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिग शुरू कर दी गई है। रोजाना औसतन 3500 लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। अभी जिले में सक्रिय केस सिर्फ दो हैं, फिर भी एहतियात बरती जा रही है। आक्सीजन प्लांटों की स्थिति पर अफसर नजर बनाए हुए हैं, ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर प्राणवायु की कमी न हो। कोविड अस्पतालों को भी चेक किया जा रहा है।
लक्ष्य से कम हो रहा टीकाकरण
टीकाकरण का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए 30 हजार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें पहली की अपेक्षा दूसरी डोज लगाने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। कारण पहली डोज का लक्ष्य करीब-करीब प्राप्त किया जा चुका है। दूसरी डोज लगवाने को लेकर लोग ज्यादा गंभीर नहीं हैं। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि शुक्रवार को 18 हजार लोगों का ही टीकाकरण किया जा सका। संविदा कर्मियों की हड़ताल की वजह से भी इस पर प्रभाव पड़ रहा है।