सपने होंगे साकार, 180 का निश्शुल्क शिक्षा में चयन
हर बच्चे को बेहतर शिक्षा मिले। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से आरटीई (शिक्षा का अधिकार) कारगर साबित हो रहा है। अब तक हुए दो चरण की प्रक्रिया में जिले से 400 से अधिक बच्चों को चुना जा चुका है। अब उन्र्ह एडमीशन लेटर भी जारी किया जा रहा है।
रायबरेली : हर बच्चे को बेहतर शिक्षा मिले। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से आरटीई (शिक्षा का अधिकार) कारगर साबित हो रहा है। अब तक हुए दो चरण की प्रक्रिया में जिले से 400 से अधिक बच्चों को चुना जा चुका है। अब उन्र्ह एडमीशन लेटर भी जारी किया जा रहा है।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम में प्रत्येक निजी विद्यालय में 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है। इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से जुड़े बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा के लिए चयन होता है। इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत आवेदन कराया जाता है। पहले दो चरण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पहले चरण में 235 शहरी क्षेत्र, जबकि 135 ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों का चयन किया गया। इसके बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें 77 नगर क्षेत्र और 103 ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों को चुना गया। जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता संजीव गुप्ता ने बताया कि बीएसए के निर्देश पर प्रवेश के लिए पत्र अभिभावकों को दिया जा रहा है। जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इनसेट
10 अगस्त तक तृतीय चरण में आवेदन का मौका
तृतीय चरण के चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त तय की गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने बताय कि नियमानुसार चयन किया जाएगा। नगर और और ब्लॉक स्तर पर बीईओ कार्यालय से अधिकतम जानकारी हासिल किया जा सकता है। प्रवेश में विद्यालय प्रबंधन कर रहे आनाकानी
ऑल स्कूल्स पेरेंट्स एसोसिएशन की ओर से आरटीई के तहत प्रवेश को लेकर विद्यालय प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया गया है। एसोसिएशन अध्यक्ष शशांक सिंह का कहना है कि चयनित होने के बाद भी अभिभावकों को बेवजह परेशान किया जाता है। डीएम से ऐसे विद्यालय प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।