लावारिस की शिनाख्त नहीं कर सकी पुलिस
रायबरेली, जागरण संवाददाता : जिला अस्पताल में ईलाज के लिए लाए गए लावारिस वृद्ध की शिनाख्त उसकी मौत के पांच दिन बाद भी नही हो सकी है। अनेक सूचनाओं के बाद कानपुर आदि स्थानों से कुछ लोग भी आए लेकिन वृद्ध की शिनाख्त को लेकर नतीजा सिफर रहा। कोतवाली पुलिस के अनुसार प्रयास किए जा रहें हैं कि शिनाख्त जल्द हो लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल सकी ।
ज्ञात रहे कि बीते नौ जुलाई को जिला अस्पताल में शहर के खिन्नी तला से एक लावारिस को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जिला अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही में वृद्ध को बेहतर इलाज नही मिल सका। हालात यह रहे कि उसे सरकारी अस्पताल के बेड पर ही बांध कर रखा जाता था। उचित इलाज के अभाव में वृद्ध की 17 जुलाई को दर्दनाक मौत हो गई।
वृद्ध की मौत के बाद लावारिस के अंतिम संस्कार को लेकर भी जद्दोजेहद होती रही। सीएमएस डा. बीपी शुक्ला ने तो लावारिश का पोस्ट मार्टम तक कराने से इंकार कर दिया था। 'जागरण' की सार्थक पहल की बदौलत अंत में लावारिस का पोस्ट मार्टम कराया गया। लावारिस कौन है और शहर क्षेत्र के खिन्नी तला कैसे पहुंचा था, ऐसे कई सवालों का जवाब कोतवाली पुलिस पांच दिनों के बाद भी नही पा सकी है। चौकी इंचार्ज इंदिरा नगर एके सिंह कहते हैं कि मामले की तफ्तीश की जा रही है , कानपुर से भी कुछ लोग आए थे लेकिन उन लोगों ने अपना परिजन होने से इंकार किया था । प्रयास लगातार जारी है।