AQI in Prayagraj : शहर के वायु प्रदूषण में कमी, एक्यूआइ 200 के नीचे आया, विशेषज्ञों ने कहा- यह राहत स्थायी नहीं है
AQI in Prayagraj प्रयागराज में वायु प्रदूषण के स्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। शनिवार को एक्यूआइ 357 था, जो रविवार को घटकर 200 के नीचे आ गया। विशेषज्ञों ...और पढ़ें

AQI in Prayagraj प्रयागराज में वायु प्रदूषण से फिलहाल राहत की खबर है, हालांकि यह अस्थायी है, यानी फिर बढ़ सकता है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। AQI in Prayagraj शहर में वायु प्रदूषण के स्तर में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शनिवार को जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 357 दर्ज किया गया था, वहीं रविवार सुबह इसमें उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया और यह 200 के नीचे पहुंच गया।
मौसम के बदलाव से प्रदूषण का बढ़ सकता है स्तर
AQI in Prayagraj रविवार सुबह पांच बजे एक्यूआइ 195 रिकार्ड किया गया, जो सात बजे बढ़कर 205 हो गया। हालांकि इसके बाद 11 बजे फिर गिरावट दर्ज की गई और यह 191 पर आ गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह राहत स्थायी नहीं है और मौसम में हो रहे बदलावों के कारण प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ सकता है।
प्रदूषण अब भी सुरक्षित सीमा से काफी ऊपर
AQI in Prayagraj बीते कुछ दिनों से प्रयागराज की हवा लगातार गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। शनिवार को दिनभर हालात काफी चिंताजनक रहे और रात तक एक्यूआइ 357 तक पहुंच गया था, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। बाद में रात को वायु प्रदूषणमें गिरावट आ गई। हालांकि प्रदूषण अब भी सुरक्षित सीमा से काफी ऊपर बना हुआ है।
शहर के इन इलाकों में प्रदूषण अधिक
AQI in Prayagraj खासकर सिविल लाइंस, कीडगंज, नैनी और कटरा जैसे इलाकों में प्रदूषण का स्तर ज्यादा बना हुआ है। मौसम में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। शनिवार को अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के नीचे दर्ज किया गया, जिससे दिन में ठंडक का अहसास बढ़ गया था। इसके कारण रविवार को न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
12 दिसंबर के बाद बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार 12 दिसंबर के बाद ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ने की संभावना है। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से तापमान में और गिरावट आ सकती है, जिससे सुबह और रात के समय कड़ाके की ठंड महसूस होगी। कोहरे की भी संभावना जताई गई है।
दमा, सांस के रोगी, बुजुर्ग और बच्चे विशेष सावधानी बरतें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही एक्यूआइ में फिलहाल सुधार नजर आ रहा हो, लेकिन प्रदूषण अब भी संवेदनशील लोगों के लिए खतरनाक बना हुआ है। दमा, सांस के रोगी, बुजुर्ग और बच्चे विशेष सावधानी बरतें। सुबह के समय टहलने से बचें और जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलें। मास्क का प्रयोग और पर्याप्त मात्रा में गर्म तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी गई है।

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