रियल एस्टेट कारोबारियों की मौत से परिवार में मातम
कन्नौज में सड़क हादसे में रियल एस्टेट के कारोबारियों की हुई मौत से यहां परिवार मे मातम छाया है। दोनों दोस्त लखनऊ में रहकर विभूतिखंड में रियल स्टेट का कारोबार करते थे।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : कन्नौज में सड़क हादसे में रियल एस्टेट के कारोबारियों की हुई मौत से यहां परिवार मे मातम छाया है। दोनों दोस्त लखनऊ में रहकर विभूतिखंड में रियल स्टेट का कारोबार करते थे।
मूलत: रानीगंज थाना क्षेत्र के कतरौली गांव निवासी कोटेदार राजकुमार सिंह यहां शहर के शिवजीपुरम मोहल्ले में रहते हैं। इनके तीन बेटों में मझले बेटे अजीत सिंह लखनऊ के अर्जुनगंज मोहल्ले में पत्नी बीना सिंह व दो बेटियों के साथ रहते हैं। उसी मोहल्ले में मूलत: लालगंज कोतवाली के कटैया गांव निवासी पंकज सिंह पुत्र महेंद्र बहादुर सिंह भी पत्नी प्रीति व एक बेटी के साथ रहते हैं। दोनों दोस्त लखनऊ के अलीगंज मोहल्ले के रहने वाले मनीष वर्मा के साथ लखनऊ के विभूतिखंड में रीयल एस्टेट का कारोबार करते थे। तीनों दोस्तों की शुक्रवार की रात कन्नौज जिले के सौरिख थाना क्षेत्र के नगला विशुना के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। शुक्रवार को देर रात कन्नौज पुलिस से राजकुमार सिंह व महेंद्र सिंह को बेटे की मौत की सूचना मिली तो उनके होश उड़ गए। पैरों तले जमीन खिसक गई।
अजीत की वर्ष 2016 में और पंकज की वर्ष 2017 में शादी हुई थी। अजीत के तीन साल व एक साल की बेटी और पंकज के दो साल की एक बेटी है। राजकुमार सिंह का जमशेदपुर में कोटा है। उनके बड़े बेटे पिटू सिंह यहां प्रापर्टी डीलिग का काम करते हैं। जबकि सबसे छोटा बेटा मंजीत दिल्ली में कोचिग सेंटर चलाता है। राजकुमार सिंह शुक्रवार की रात में ही जमशेदपुर से लौटे थे। उधर, पंकज के पिता महेंद्र बहादुर सिंह सीएमओ कार्यालय में बड़े बाबू थे। इसी साल जुलाई में वह रिटायर हुए थे। वह पत्नी के साथ नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे नरसिंहभान मोहल्ले में मकान में रहते हैं। उनके बड़े बेटे नीरज सिंह सीएचसी बेलखरनाथ में अधीक्षक पद पर तैनात हैं। तीन भाइयों में पंकज सबसे छोटा था। मझला भाई धीरज सिंह राजा रणंजय सिंह इंजीनियरिग कालेज अमेठी में प्रोफेसर है। घटना की जानकारी मिलते ही महेंद्र सिंह पत्नी बेटे नीरज सहित स्वजनों के साथ कन्नौज रवाना हो गए। यहां घर में उनके ताला बंद है। उधर, राजकुमार सिंह के घर शनिवार को सुबह से ही संवेदना जताने वालों का तांता लगा रहा। दोपहर में राजकुमार सिंह परिवार के साथ पैतृक गांव कतरौली चले गए। अजीत के मामा एआर सिंह यहां डीआरडीए में सहायक अभियंता हैं।
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सेवानिवृत्ति के दिन हुई घटना से एई मर्माहत
डीआरडीए के सहायक अभियंता एआर सिंह शनिवार को रिटायर हो रहे थे। उनकी विदाई का समारोह विकास भवन में आयोजित था। रिटायरमेंट के आखिरी दिन भांजे की मौत की खबर सुनकर एआर सिंह बहुत मर्माहत थे।