दो साल से लूट और हत्या से दहल रहा जिला
करीब दो साल से लूट हत्या की घटनाओं से जिला दहल रहा है। एक साल तक हब्बू व तौकीर गैंग ने तबाही मचाई थी। अब नए गैंग घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वाट्सएप से बातचीत करने के बदमाशों को ट्रेस करने में पुलिस को पसीना छूट रहा है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : करीब दो साल से लूट, हत्या की घटनाओं से जिला दहल रहा है। एक साल तक हब्बू व तौकीर गैंग ने तबाही मचाई थी। अब नए गैंग घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वाट्सएप से बातचीत करने के बदमाशों को ट्रेस करने में पुलिस को पसीना छूट रहा है।
इस जिले में रंगदारी मांगने की सिलसिला वर्ष 2015 में शुरू हुआ था, जब रंगदारी न देने पर मार्च 2015 में दुकान में घुसकर बदमाश ने लोहा कारोबारी अमित केसरवानी पर फायर कर दिया था। हालांकि वह बाल-बाल बच गए थे। इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने पीट-पीटकर बदमाश को मार डाला था। बाद में जून 2015 में घर में घुसकर बदमाश ने गोली मारकर अमित के पिता महादेव केसरवानी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद रंगदारी मांगने का मामला मई 2018 में सामने आया। जब रंगदारी न देने पर बदमाशों ने 25 जुलाई 2018 को कोहंडौर कस्बे में घुसकर व्यापारी श्याममूरत जायसवाल व उनके बड़े भाई श्यामसुंदर जायसवाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना को हब्बू सरोज, सद्दाम व राका ने अंजाम दिया था। फरारी काटने के दौरान हब्बू व उसके गैंग के बदमाशों ने 10 सितंबर 2018 को कोनी बाजार में पेट्रोल पंप के सेल्समैन को तमंचा सटाकर लूट लिया था। 11 सितंबर को सुल्तानपुर जिले के लंभुआ में स्थित बड़ौदा ग्रामीण बैंक को हब्बू ने लूट लिया था। 14 सितंबर को अंतू थाना क्षेत्र के जगेशरगंज स्थित बड़ौदा ग्रामीण बैंक से छह लाख रुपये लूट लिए थे। हब्बू व सद्दाम को पुलिस और एसटीएफ पकड़ नहीं सकी थी। हब्बू ने 12 दिसंबर 2018 व सद्दाम ने 17 जनवरी 2019 को कोर्ट में सरेंडर किया था।
पांच दिसंबर को बदमाशों ने विश्वनाथगंज बाजार स्थित बड़ौदा ग्रामीण बैंक में डाका डाला था। 31 दिसंबर को बदमाशों ने जेल के हेड वार्डर की जेल रेलवे क्रासिग के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। 23 जनवरी 2019 को सदर बाजार में दुकान में घुसकर बदमाशों ने मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस घटना में तौकीर उसके साथी अतीक व अंसार ने अंजाम दिया था। फिर रंगदारी न देने पर बदमाशों ने पुलिस की मौजूदगी के बाद भी 31 मार्च 2019 को मार्बल व्यवसायी आशीष उमरवैश्य की दुकान पर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायर किया था। इसके बाद किराना व्यवसायी अंजनी कौशल, एक चिकित्सक व मिठाई कारोबारी पिटू मौर्य से रंगदारी मांगी गई थी। पुलिस के लिए सिरदर्द बने एक लाख के इनामी तौकीर को एसटीएफ लखनऊ ने छह जून 2019 को चिलबिला बाइपास पर एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इसके बाद घटनाओं पर कुछ अंकुश लगा था।
हालांकि समय-समय पर छिनैती, लूट, हत्या की घटनाएं होती रहीं। पहली बार जिले में 90 लाख रुपये की डकैती पड़ी है। यही नहीं सर्राफ अहमद की हत्या करके 10 लाख रुपये के जेवर लूटकर बदमाशों के नए गैंग ने दस्तक दे दी है। पुलिस ने उन बदमाशों की कुंडली तैयार की है, जो लूट में पहले जेल जा चुके हैं और इस समय जमानत पर छूटे हैं। करीब दो दर्जन बदमाश इस समय जेल से छूटे हैं। डकैती की घटना के बाद पुलिस ने इन बदमाशों के घर दबिश दी, लेकिन वे घर से फरार है। सीओ सिटी अभय पांडेय ने बताया कि जेल से छूटे बदमाशों के घर दबिश दी जा रही है।