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कोरोना के तीन और नए मरीज मिले

प्रतापगढ़ जिले में गुरुवार को कोरोना के तीन और केस सामने आए। इनमें दो केस शहर व एक क

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 10:48 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 10:48 PM (IST)
कोरोना के तीन और नए मरीज मिले
कोरोना के तीन और नए मरीज मिले

प्रतापगढ़ : जिले में गुरुवार को कोरोना के तीन और केस सामने आए। इनमें दो केस शहर व एक कुंडा क्षेत्र का है। जिन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है उनमें स्वास्थ्य विभाग का एक बर्खास्त कर्मी भी शामिल है।

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इन दिनों बड़े पैमाने पर सैंपलिग कराई जा रही है। सरकारी व पब्लिक सेक्टर हर जगह से सैंपल जुटाया जा रहा है, लेकिन गुरुवार को जो मरीज मिले हैं, उनमें केवल एक महिला का सैंपल यहां लिया गया था। बाकी लोगों ने अपनी तबीयत खराब देख खुद ही जांच कराई थी। इनमें जिला होम्योपैथिक कार्यालय का एक बर्खास्त फार्मासिस्ट भी है। बुखार व सांस लेने में दिक्कत होने पर उसने अपनी जांच लखनऊ में कराई थी। सैंपल देकर दो दिन पहले वह शहर के बलीपुर स्थित अपने घर चला आया था। रिपोर्ट आई तो हड़कंप मच गया। मेडिकल टीम ने मरीज को उसके घर से ले जाकर लालगंज के कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया। दूसरा केस शहर के ही दहिलामऊ का है। यहां की एक महिला को बुखार होने पर दो दिन पहले परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। गुरुवार को उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आई। इस पर प्रशासन द्वारा बलीपुर व दहिलामऊ को हाट स्पाट बनाने व सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

तीसरा केस कुंडा के दिलेरगंज गांव की एक महिला का है। उसने गांठ का आपरेशन करने के लिए कमला नेहरू अस्पताल प्रयागराज में जांच कराई थी। उसकी रिपोर्ट भी पाजिटिव आई। उसके गांव को भी हाट स्पाट बनाया जाएगा। हालांकि मरीज प्रयागराज में है, लेकिन दो दिन पहले तक वह गांव में ही थी। ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा है। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार को जिले में तीन पाजिटिव केस मिले हैं। इससे अब तक के मरीजों की संख्या बढ़कर 117 हो गई है। इनमें से सात की मौत हो चुकी है और सौ से अधिक कोरोना से लड़कर जिदगी की जंग जीत चुके हैं।

गलत पते के चलते दो मरीजों ने छकाया : गलत पते पर दर्ज दो केस ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को गुरुवार को परेशान कर डाला। एक बार तो पता चला कि प्रतापगढ़ में पांच केस मिले हैं। दो केस के बारे में देर शाम तक सटीक पता नहीं चला था। वह पाजिटिव तो मिले, पर कहां के हैं यह शाम तक पता नहीं चला। इनकी सूचना एसजीपीजीआइ लखनऊ से सीएमओ के पास आई थी। जो मोबाइल नंबर दर्ज था वह बंद आ रहा था। आखिरकार देर शाम जब मरीज के बेटे की तस्वीर सोशल मीडिया पर घूमी तो उनकी पहचान प्रयागराज के मुट्ठीगंज निवासी के रूप में हुई। यह दोनों पति-पत्नी हैं, तब जाकर अफसरों ने राहत की सांस ली।


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