तहसीलों में नहीं है जल निकासी की मुकम्मल व्यवस्था
जिला मुख्यालय की तरह तहसीलों में भी जल निकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। कुंडा कस्बे में जल
जिला मुख्यालय की तरह तहसीलों में भी जल निकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। कुंडा कस्बे में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। हल्की से बारिश होने पर भी नगर के सुभाषनगर, अत्तानगर, तिलौरी में जलभराव हो जाता है। यही नहीं, बारिश का पानी एसडीएम, तहसीलादार व सीओ आवास में भर जाता है। नगर पंचायत ने पुरबियन का पुरवा व प्रयागराज-लखनऊ हाईवे के किनारे जो नाला बनाया है, वह बारिश होने पर ओवरफ्लो कर जाता है।
लालगंज कस्बे में जल निकासी की समस्या बनी हुई है। रायबरेली-जौनपुर हाईवे के दोनों ओर कवर्ड नाला बना है। नाला ऊंचा होने के कारण सीएचसी, तहसील, कोतवाली, सीओ कार्यालय परिसर व सहकारी बैंक परिसर में जलभराव हो जाता है। इससे मरीजों व तीमारदारों के साथ ही चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ परेशानी से जूझते हैं। कस्बे के नेताजीपुरम समेत कई वार्ड भी जलभराव की समस्या से जूझ रहै है। ईओ सुभाष चंद्र सिंह का कहना है कि नई नगर पंचायत होने से अभी यहां जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है। शीघ्र ही कस्बा जलभराव की समस्या से मुक्त नजर आएगा।
पट्टी कस्बे में पट्टी-पृथ्वीगंज मार्ग पर रायपुर गांव में सड़क के दोनों तरफ मुस्लिम बाहुल्य बस्ती है। जल निकासी के लिए सड़क के दोनों तरफ नाली का निर्माण तो कराया गया है, लेकिन सफाई न होने से नाली का गंदा पानी हमेशा सड़क पर फैला रहता है। स्थानीय लोगों ने कई बार अफसरों से इसकी शिकायत की, लेकिन किसी ने इस समस्या से निजात दिलाने का ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे मोहल्ले के लोगों में आक्रोश है। रानीगंज तहसील मुख्यालय से गुजरे रायबरेली-जौनपुर हाई-वे के दोनों ओर कवर्ड नाला बना है। नाला ढका होने के कारण कचरे से पटा है। नाले की सफाई न कराने से कस्बावासी गंदगी व बदबू से जूझ रहे हैं। रानीगंज बाजार में नालियां बजबजा रही हैं। पावर हाउस के पास हाईवे के किनारे बना नाला कीचड़ से पटा है। रानीगंज बाजार से रस्तीपुर गांव में टोडरपट्टी मार्ग की हालत बेहद दयनीय है। यहां नाला निर्माण का कार्य अधूरा होने से बारिश का पानी सड़क पर जमा हो रहा है। लोगों ने ईओ से इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की, लेकिन उन्हें कोरा आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। ईओ राजभान शुक्ला का कहना है कि रानीगंज टाउन एरिया जल्द बनी है। कुछ ही दिनों में जलनिकासी की मुकम्मल व्यवस्था हो जाएगी।