फरार चल रहे सभापति की राजस्थान में मिली लोकेशन !
पुलिस टीम पर हमले में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी सभापति यादव की लोकेशन राजस्थान में मिल रही है। जबकि रिश्ते में उसके भांजे चंदन यादव मुंबई भाग गया है। अब पुलिस की टीमें राजस्थान और मुंबई में दबिश देने की तैयारी कर रही है।
पुलिस टीम पर हमले में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी सभापति यादव की लोकेशन राजस्थान में मिल रही है। जबकि रिश्ते में उसके भांजे चंदन यादव मुंबई भाग गया है। अब पुलिस की टीमें राजस्थान और मुंबई में दबिश देने की तैयारी कर रही है।
आसपुर देवसरा क्षेत्र के बिनैका गांव निवासी टॉप टेन अपराधी व सपा सभापति यादव पुत्र राजेंद्र यादव और उसके भाई सुभाष यादव सहित अन्य लोग पुलिस टीम पर फायर करके छह अगस्त को भाग निकले थे। इस मामले में पट्टी कोतवाली ने सभापति सहित 26 नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उसी समय से सभापति यादव फरार चल रहा है। पुलिस की टीमें सभापति सहित अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है।
पुलिस को आशंका है कि सभापति यादव व उसका भांजा चंदन प्रदेश के बाहर से बाहर चले गए हैं। सूत्रों के अनुसार सभापति का लोकेशन कोटा (राजस्थान) और चंदन की लोकेशन मुंबई में मिल रही है। ऐसे में पुलिस की टीमें अब कोटा और मुंबई जाने की तैयारी कर रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस अफसर अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ पुलिस सभापति पर दर्ज मुकदमों के इतिहास को शनिवार को पूरे दिन खंगालने में लगी थी। इस दौरान पुलिस ने सभापति पर दर्ज 54 मुकदमों को खंगाला।
उधर, पुलिस के खौफ के चलते अब सभापति के घर पर रिश्तेदार व समर्थकों का आना भी पूरी तरह बंद हो गया है। यहां तक कि खेतों और जानवरों को चारा देने वाले मजदूर भी सभापति के घर नहीं आ रहे हैं। सभापति के घर भीड़ न जुटने पाए, इसको लेकर पुलिस अब सतर्क हो गई है। बिनैका गांव में बुधवार से आधा दर्जन सिपाहियों साथ पीएसी के जवान मुस्तैद कर दिए गए हैं, जो लगातार चौकसी बनाए हुए हैं। इसी क्रम में शनिवार को भी सभापति यादव के घर के बाहर देवसरा थाने की पुलिस तैनात रही। इससे पूरे दिन सभापति के घर न तो कोई आया और न ही कोई घर से निकलकर बाहर गया। देवसरा एसओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि सभापति यादव व उसके भांजे चंदन यादव सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इनके मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं। लोकेशन ट्रेस होते ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दोनों अपराधी प्रदेश छोड़कर बाहर के प्रदेशों में शरण लिए हुए हैं।