दोस्त को फंसाने को खुद की गढ़ी थी अपहरण की कहानी
नुकसान की भरपाई करने का दबाव बनाने पर दोस्त को फंसाने के लिए युवक ने खुद के अपहरण की कहानी गढ़ दी। पुलिस की जांच के दौरान दोनों पक्ष कोतवाली पहुंच गए। पुलिस दोनों पक्ष के पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : नुकसान की भरपाई करने का दबाव बनाने पर दोस्त को फंसाने के लिए युवक ने खुद के अपहरण की कहानी गढ़ दी। पुलिस की जांच के दौरान दोनों पक्ष कोतवाली पहुंच गए। पुलिस दोनों पक्ष के पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
कंधई थाना क्षेत्र के आसलपुर निवासी आलोक सरोज ने बुधवार को अपनी मां रेखा देवी को फोन करके बताया कि अगवा करके उसे कुछ लोगों ने बंधक बना रखा है और एक लाख रुपये मांग रहे हैं। वह पैसा शहर के बाबागंज स्थित मोबाइल की एक दुकान पर पहुंचाने की बात कह रहे हैं। रेखा देवी मोबाइल की दुकान पर पहुंची तो बेटे को छोड़ने के लिए हंगामा करने लगीं थी। इसके बाद कोतवाली में पहुंचकर बेटे को अगवा किए जाने की तहरीर दी थी। कुछ देर बाद जिस मोबाइल दुकानदार पर आरोप लगाया गया था, वह कोतवाली पहुंच गया। बुधवार को रात में आलोक सरोज भी कोतवाली पहुंच गया।
दोनों पक्ष से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि सदर बाजार के रहने वाले आशीष मौर्य व आशीष सोनी ने आलोक सरोज से कहा कि टीवी का ट्यूब मध्यप्रदेश से खरीदकर दिल्ली बेचने में अच्छा खासा मुनाफा है। फिर आलोक ने अपने दोस्त दिनेश शर्मा को पैसा लगाने के लिए तैयार किया। दिनेश ने ढाई लाख रुपये की व्यवस्था की। इसके बाद आलोक, दिनेश, आशीष मौर्य, आशीष सोनी, विजय 26 फरवरी को भोपाल और फिर वहां से भुसावल गए। वहां से ढाई लाख रुपये में टीवी का ट्यूब खरीदा और उसे बेचने दिल्ली ले गए। दिल्ली में खरीदार ने ट्यूब क्रेक होने की बात कहकर उसे नहीं खरीदा।
इस पर दिनेश ने आलोक से कहा कि उनका ढाई लाख रुपये कैसे लौटेगा। सब लोग 50-50 हजार रुपये उन्हें दे। पैसा देने का दबाव पड़ने पर आलोक ने दिनेश को फंसाने के लिए अपने अपहरण की कहानी गढ़ डाली। कोतवाल रवींद्रनाथ राय का कहना है कि दोनों पक्ष समझौता करने को तैयार हैं। फिर भी वे दोनों पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।