यहां दमकल आने तक राख हो जाती है गृहस्थी
आधे से अधिक जिले में आग बुझाने का इंतजाम नहीं है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : आधे से अधिक जिले में आग बुझाने का इंतजाम नहीं है। इन इलाकों में आग लगने पर जिला मुख्यालय, कुंडा के अलावा लालगंज सर्किल के थानों से दमकल भेजी जाती है। नतीजा यह रहता है कि दमकल पहुंचने तक पूरी गृहस्थी राख में तब्दील मिलती है।
प्रतापगढ़ पांच तहसीलों (सदर, लालगंज, पट्टी, रानीगंज, कुंडा) में बसा है। जिले के एक छोर से दूसरे छोर की दूरी पर नजर दौड़ाएं तो कुंडा के आखिरी छोर मानिकपुर से पट्टी के आखिरी छोर ढकवा की दूरी 100 किमी से अधिक है। इसी तरह लालगंज के आखिरी छोर अठेहा से रानीगंज के आखिरी छोर फतनपुर की दूरी भी करीब 95 किमी है। जिले की आबादी इस समय करीब 35 लाख है। आग बुझाने के संसाधनों को देखें तो 13 थाना क्षेत्रों में अग्निशमन केंद्र नहीं है।
जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन के अलावा तहसील मुख्यालय पर कुंडा, लालगंज एवं रानीगंज तहसील मुख्यालय पर अग्निशमन केंद्र स्थापित है। पट्टी तहसील मुख्यालय इससे अछूता है। तहसील मुख्यालय के अलावा लालगंज सर्किल के अन्य दो थानों में संग्रामगढ़ व सांगीपुर में अग्निशमन केंद्र है। उदयपुर थाने में अग्निशमन केंद्र का निर्माण अंतिम चरण में हैं।
अंतू, कोहंडौर, कंधई, आसपुर देवसरा, पट्टी, फतनपुर, मानधाता, जेठवारा, महेशगंज, बाघराय, हथिगवां, मानिकपुर और नवाबगंज थाना क्षेत्र में आग लग जाए तो इन थानों पर आग बुझाने का कोई संसाधन नहीं है। ऐसे में इन थाना क्षेत्रों में आग लगने पर जिला मुख्यालय, लालगंज सर्किल के थानों और कुंडा से दमकल मंगानी पड़ती है। इन तेरह थानों में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने के लिए जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रभावी पहल नहीं किया गया, खामियाजा ग्रामीणों को भुगतान पड़ रहा है। देवसरा, पट्टी में जमीन उपलब्ध
पट्टी और देवसरा थाने में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने के लिए जमीन उपलब्ध करा दी गई है। अग्निशमन अधिकारी ने जमीन को ओके करके बजट उपलब्ध कराने के लिए प्रोजेक्ट शासन को भेज दिया है। बजट मिलते ही अग्निशमन केंद्र का निर्माण शुरू हो जाएगा। अंतू व कंधई थाने की जमीन हुई रिजेक्ट
अंतू थाना क्षेत्र के पारा हमीदपुर और कंधई थाना क्षेत्र में मंगरौरा रोड पर जमीन फायर स्टेशन के लिए चिह्नित की गई थी। जांच के दौरान अग्निशमन अधिकारी ने दोनों जमीन को रिजेक्ट कर दिया। क्योंकि इन दोनों जमीन से आठ फिट की रोड गुजरी है, जो फायर स्टेशन स्थापित करने के मानक पर फिट नहीं है।