भारतीय संस्कृति और धर्म का विश्वकोष है श्रीमद्भागवत : साध्वी राधिका
बाबागंज विकास खंड के रायगढ़ बला का पुरवा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचिका साध्वी राधिका किशोरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा भारतीय संस्कृति और धर्म का विश्वकोष है। जीव को जगदीश में समाहित करने के लिए भागवत कथा का श्रवण जरूरी है।
संसू, कुंडा: बाबागंज विकास खंड के रायगढ़ बला का पुरवा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचिका साध्वी राधिका किशोरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा भारतीय संस्कृति और धर्म का विश्वकोष है। जीव को जगदीश में समाहित करने के लिए भागवत कथा का श्रवण जरूरी है। श्रीमद्भागवत भवसागर से जीव को पारकर श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप का दर्शन कराती है। भागवत को आत्मसात करने से ही भारतीय संस्कृति की रक्षा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम की परिकल्पना भागवत को आत्मसात करने से ही साकार की जा सकती है। निष्काम कर्म, ज्ञान-साधना, सिद्धि, भक्ति, अनुग्रह, मर्यादा, निर्गुण-सगुण तथा व्यक्त-अव्यक्त रहस्यों से श्रीमद्भागवत जीव का परिचय कराती है। उन्होंने कहा कि भगवान को कहीं खोजने की जरूरत नहीं, वह हम सब के हृदय में मौजूद हैं। कथा के दौरान बाबागंज विधायक विनोद सरोज, प्रधान मुन्नू सिंह, स्वर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पंडित, जयकृष्ण पांडेय, आलोक तिवारी, शिव प्रकाश द्विवेदी, संदीप पांडेय, विजय कुमारी, उत्कर्ष आदि मौजूद रहे।