संदिग्ध दशा में कोतवाली में सिपाही की गोली लगने से मौत
लालगंज कोतवाली में तैनात एक सिपाही की शुक्रवार की शाम बैरक में संदिग्ध दशा में गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस अफसर सरकारी एके-47 से गोली मारकर सिपाही के खुदकुशी करने का दावा कर रहे हैं। घटना से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। पुलिस अफसर घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : लालगंज कोतवाली में तैनात एक सिपाही की शुक्रवार की शाम बैरक में संदिग्ध दशा में गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस अफसर सरकारी एके-47 से गोली मारकर सिपाही के खुदकुशी करने का दावा कर रहे हैं। घटना से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। पुलिस अफसर घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं।
गाजीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के खरौना गांव निवासी आशुतोष यादव पुत्र अखिलेश यादव वर्ष 2018 बैच का सिपाही था।उसकी पहली तैनाती लालगंज कोतवाली में 16 फरवरी 2019 को हुई थी। वह कोतवाल के साथ शुक्रवार को क्षेत्र में निकला था। दोपहर करीब दो बजे लौटकर कोतवाली आया और अपने बैरक में चला गया।
इस बीच शाम करीब पांच बजे बैरक में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। बैरक में रहे सिपाही दौड़कर दूसरी तल पर छत पर गए तो देखा कि सिपाही आशुतोष यादव खून से लथपथ पड़ा था। उसकी मौत हो गई थी। फौरन कोतवाल व सीओ लालगंज मौके पर पहुंचे।
थोड़ी देर बाद एएसपी पश्चिमी दिनेश चंद्र द्विवेदी, एसपी अनुराग आर्य मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य इकट्ठा किया। एसपी ने आशुतोष यादव के साथी सिपाहियों से बात की तो उन्होंने बताया कि वह छुट्टी से पैतृक गांव से 17 सितंबर को लौटा था, तब से वह गुमसुम रहता था। पूछने पर कुछ नहीं कहकर बात को टाल देता था। फिलहाल पुलिस अफसर घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं। इस बारे में एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि प्रथम ²ष्टया घटना आत्महत्या लग रही है। सिपाही आशुतोष यादव की ड्यूटी कोतवाल के हमराही में लगी थी। सुबह उन्हें कोतवाली से एके-47 दी गई थी। वह एके-47 घटनास्थल पर मिली है।