मुठभेड़ में शहीद दारोगा के घर मचा कोहराम
कानपुर नगर में गैगस्टर के घर दबिश के दौरान हुई मुठभेड़ में प्रतापगढ़ निवासी दरोगा भी शहीद हुए।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़, विश्वनाथगंज :
कानपुर नगर में गैगस्टर के घर दबिश के दौरान हुई मुठभेड़ में प्रतापगढ़ निवासी दरोगा भी शहीद हुए। घटना की जानकारी मिलने पर प्रयागराज से बच्चों के साथ दारोगा की पत्नी शुक्रवार को पैतृक गांव पहुंची। उनकी बेसुध हालत देख माहौल और गमगीन हो गया। दिन भर दारोगा के घर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा।
प्रतापगढ़ के मानधाता थाना क्षेत्र के बेलखरी (उड़ी का डीह) गांव निवासी दारोगा अनूप कुमार सिंह (36) पुत्र रमेश बहादुर सिंह कानपुर नगर जिले के मंधना चौकी इंचार्ज पद पर तैनात थे। गुरुवार की रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गैंगस्टर विकास दुबे के घर दबिश के दौरान हुई मुठभेड़ में सीओ बिल्हौर (कानपुर) सहित आठ पुलिस कर्मियों के साथ दारोगा अनूप कुमार सिंह भी शहीद हो गए। इसकी जानकारी कानपुर में रहे अनूप के चचेरे भाई चंद्रेश सिंह ने शुक्रवार की सुबह करीब 6:30 बजे घर पर फोन से दी। फोन अनूप की मां जड़ावती सिंह ने रिसीव किया। हड़बड़ाहट में चंद्रेश ने अनूप के घायल होने की सूचना दी।
इतने में मार्निंग वॉक पर गए अनूप के पिता रमेश बहादुर सिंह को घर बुलाया गया। उन्होंने दोबारा चंद्रेश से बात की। जैसे ही बेटे के शहीद होने की बात पता चली, वह सन्न रह गए। फिर छोटे भाई सुरेश को यह बात बताई और वाहन मंगाकर रमेश बहादुर पत्नी सहित स्वजनों को अनूप के घायल होने की बात बताकर भाई सुरेश, सिद्ध प्रताप सिंह, अजय सिंह, मलधर सिंह के साथ कानपुर रवाना हो गए।
थोड़ी देर बाद मानधाता एसओ प्रवीण कुशवाहा शहीद अनूप के घर पहुंचे। घर पर ग्रामीणों, रिश्तेदारों की भीड़ जुटने लगी तो अनूप की मां जड़ावती को भी बेटे के शहीद होने का अहसास हो गया और वह रोने बिलखने लगीं। फिर हंडिया में मामा के यहां रहे अनूप के बड़े भाई आलोक प्रयागराज के अल्लापुर गए और वहां से अनूप की पत्नी नीतू सिंह, बेटी गौरी (12), बेटे श्रेयांश (6) को लेकर दिन में करीब 10:20 बजे घर पहुंचे। अनूप की पत्नी और मां जड़ावती रोते-रोते बदहवाश हो गईं।
उधर, करीब 10:30 बजे मानधाता एसओ व सीओ रानीगंज अतुल अंजान त्रिपाठी के साथ एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी शहीद के घर पहुंचे। करीब 11:30 बजे एसडीएम सदर मोहनलाल गुप्ता, विश्वनाथगंज विधायक डॉ.आरके वर्मा भी पहुंचे और सभी को ढांढस बंधाया।