राजा अनिल पर कूटरचना का आरोप, धरना देगी आर्य सभा
शहर के शीतल प्रसाद कन्या विद्यालय को ढहाने के बाद मची उथलपुथल के बीच राजा अनिल प्रताप सिंह के खिलाफ तहरीर दी गई है।
संसू, प्रतापगढ़ : शहर के शीतल प्रसाद कन्या विद्यालय को ढहाने के बाद मची उथलपुथल के बीच राजा अनिल प्रताप सिंह के खिलाफ तहरीर दी गई है। आर्य समाज के प्रशासक मंडल के सदस्य ने कूटरचना से राजा अनिल प्रताप सिंह पर एग्रीमेंट करने का आरोप लगाया है। इस मामले में सीओ सिटी ने जांच करने के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। वहीं शीतल प्रसाद कन्या विद्यालय को लेकर मचे बवाल के बीच आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश तीन फरवरी को दिन में 10 बजे यहां धरना देने की चेतावनी देकर मामले को तूल दे दिया है। वह मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी डीएम को सौंपेगी।
आर्य सभा के कार्यालय अधीक्षक कृष्ण मुरारी यादव ने पूरे प्रदेश के पदाधिकारियों और सदस्यों को इस धरने में शामिल होने का आह्वान किया है। इस बड़े विवादित मामले में पुलिस अधिकारियों की ढिलाई को लेकर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। आर्य सभा ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में अब चुप न बैठेगी। शहर के टक्करगंज वार्ड में स्थित शीतल प्रसाद कन्या विद्यालय की जमीन के मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा है। इस बीच मंगलवार की रात जेसीबी लगाकर विद्यालय भवन को जमींदोज करा दिया गया। इस मामले में आर्य समाज के पदाधिकारी रामनेवाज पाल, सत्य प्रकाश, आनंद केसरवानी की तहरीर पर पुलिस ने कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एनसीआर दर्ज की थी। जमीन सहित स्कूल को एसडीएम द्वारा कुर्क करके कोतवाली पुलिस की सुपुर्द किए जाने का मामला सामने आया तो अफसरों के आदेश पर चुंगी चौकी इंचार्ज दिनेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने शेखर सिंह और छह अज्ञात के खिलाफ डकैती का मुकदमा दर्ज कर लिया।
अब आर्य समाज प्रशासक मंडल के सदस्य मूलचंद्र सोनी और शरद केसरवानी ने कोतवाल को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि कूटरचना से राजा अनिल प्रताप सिंह ने 18 अप्रैल 2017 को करोड़ों की जमीन का एग्रीमेंट रीना सिंह पुत्र सुरेंद्र बहादुर सिंह निवासी देवरी, कादीपुर सुल्तानपुर के नाम कर दिया। इस कूटरचना में जगदीश जायसवाल पुत्र गुरूदयाल, विकास विक्रम सिंह पुत्र भूपेंद्र सिंह, इंद्रेश प्रताप सिंह पुत्र हरिबक्श सिंह निवासी कोठियाही भी शामिल थे। इस बारे में सीओ सिटी अभय पांडेय का कहना है कि राजा अनिल प्रताप सिंह के खिलाफ तहरीर मिली है। कूटरचना करके एग्रीमेंट करने का आरोप लगाया है। डकैती के आरोपितों की तलाश में दी दबिश
शीतल प्रसाद कन्या विद्यालय के भवन को ढहाने के मामले में चौकी इंचार्ज की तहरीर पर पुलिस ने शेखर सिंह निवासी अचलपुर और पांच-छह अज्ञात लोगों के खिलाफ गुरुवार की रात डकैती का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में सतेंद्र विक्रम सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। शेखर सिंह सहित अन्य आरोपितों की तलाश में सीओ सिटी ने फोर्स के साथ अचलपुर, शिवसत, पूरे मोहन सहित संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन किसी आरोपित की गिरफ्तारी में सफलता नहीं मिली। संदेह के घेरे में कोतवाल की भूमिका
नवंबर वर्ष 2018 में शीतल प्रसाद कन्या विद्यालय के दफ्तर का ताला तोड़कर अभिलेख सहित अन्य सामान गायब कर दिया गया था। इस मामले में डकैती का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद आर्य समाज के पदाधिकारियों के वाद दायर करने पर तत्कालीन एसडीएम सदर ने स्कूल को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। जाहिर सी बात है कि कोतवाली के अभिलेखों में इसकी लिखापढ़ी होगी। कोतवाल छह महीने से यहां है, पर उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी। यही नहीं, कोतवाल ने राजा अनिल प्रताप सिंह के खिलाफ तहरीर मिलने से इन्कार कर दिया, जबकि आर्य समाज के पदाधिकारियों ने उन्हें ही तहरीर दी थी। ऐसे में पूरे मामले में कोतवाल की भूमिका सवालों के घेर में है।