फार्मासिस्ट पर अस्पताल की दवा बेचने का आरोप, हंगामा
सरकारी अस्पतालों में दवा जांच आदि की निश्शुल्क व्यवस्था है लेकिन सीएचसी पट्टी में ऐसा नहीं हुआ। यहां के चीफ फार्मासिस्ट ने प्रसव कराने आई महिला को सरकारी दवा बेच दी।
संवाद सूत्र, पट्टी : सरकारी अस्पतालों में दवा, जांच आदि की निश्शुल्क व्यवस्था है, लेकिन सीएचसी पट्टी में ऐसा नहीं हुआ। यहां के चीफ फार्मासिस्ट ने प्रसव कराने आई महिला को सरकारी दवा बेच दी। असलियत जानने के बाद महिला के पति ने हंगामा किया तो मामले की जांच शुरू हो गई है।
कोतवाली क्षेत्र के बाभनपुर निवासी अजीत गौतम अपनी पत्नी कुसुम देवी का प्रसव कराने मंगलवार की सुबह सीएचसी आए। यहां उसी शाम उनकी पत्नी की डिलीवरी हुई तो एक इंजेक्शन लिखा गया और बाहर से लाने की बात कही गई। अजीत बाहर की ओर जाने लगे तो अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट ओम प्रकाश तिवारी ने उन्हें रोककर कहा कि बाहर जितने में इंजेक्शन मिलेगा उससे सस्ते में हम दे देंगे। अजीत उसे दवा विक्रेता समझकर कम दर के चक्कर में इंजेक्शन व दवा दो हजार रुपये में खरीद लिया। दवा हाथ में आने पर उस पर नाट फार सेल लिखा देखकर अजीत का माथा ठनका। वह इसे पूछने के लिए अस्पताल अधीक्षक के पास पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और अस्पताल बंद हो गया था। बुधवार की सुबह ही वह अस्पताल पहुंचे और चीफ फार्मासिस्ट द्वारा सरकारी दवा देने के बाद वसूले गए पैसे को लेकर हंगामा करने लगे व अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया। अधीक्षक महेंद्र कुमार का कहना है कि मामले की शिकायत मिली है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सीएमओ ने मांगी रिपोर्ट
सरकारी अस्पताल में सरकारी दवा का पैसा लिए जाने का मामला गरमा गया है। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि जांच कराई जा रही है। अधीक्षक से 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।