जुलूस में शामिल लोगों ने भाजपा सभासद की कार पर किया हमला
प्रतापगढ़ ईद-ए-मिलादुन नबी के जुलूस में शामिल दर्जनों लोगों ने शहर के अजीतनगर मोहल्ले में
प्रतापगढ़ : ईद-ए-मिलादुन नबी के जुलूस में शामिल दर्जनों लोगों ने शहर के अजीतनगर मोहल्ले में भाजपा सभासद की कार पर हमला कर दिया। हाकी-लाठी, बरछी से हुए हमले से सभासद, उनकी पत्नी और मासूम बच्चे सहम गए। हमले में सभासद की मासूम बेटी चोटिल हो गई। आसपास के लोगों के दौड़ने पर सभासद और उनके परिजनों की जान बच सकी। घटना की जानकारी होने पर सभासद के परिवार एवं मोहल्ले के लोगों में आक्रोश फैल गया।
पट्टी कोतवाली क्षेत्र के शेषपुर गांव निवासी सिद्धार्थ सिंह शहर के पड़ाव वार्ड से भाजपा के सभासद हैं। वह पत्नी श्वेता सिंह और बच्चे वेद (4), शगुन (ढाई साल) के साथ रविवार शाम करीब चार बजे प्रयागराज से कार से घर लौट रहे थे। वह अजीतनगर मोहल्ले में स्थित राम जानकी मंदिर के पास पहुंचे तो उनके प्रयागराज-हाईवे पर ईद-ए-मिलादुन-नबी का जुलूस चल रहा था। जुलूस पूरे हाईवे पर चल रहा था। उन्होंने साइड मांगने के लिए हार्न बजाया तो जुलूस में शामिल लोग उनसे कहासुनी करने लगे।
उन्होंने गाली-गलौच का विरोध किया। आरोप है कि इतने में करीब दो दर्जन लोग लाठी-हाकी, बरछी लेकर उनकी कार पर टूट पड़े और पीछे व बगल की कार का शीशा पूरा तोड़ दिया। सामने के शीशे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। वह साथ में परिवार होने की बात कहकर लोगों को रोकते रहे, लेकिन उनकी किसी ने एक नहीं सुनी। हाकी से किए हमले में पीछे बैठी मासूम बच्ची शगुन सीट से नीचे गिर पड़ी, वह चोटिल हो गई। हमले से सिद्धार्थ, उनकी पत्नी और बच्चे सहम गए। हमला देख आसपास के लोग दौड़ पड़े, तब कहीं जाकर हमलावर मौके से हटकर जुलूस में शामिल हो गए।
वहां से वह सीधे घर गए और पत्नी, बच्चों को घर छोड़ने के बाद सदर मोड़ चौराहे पर पहुंचे। घटना की जानकारी होने पर सभासदों व मुहल्ले के लोगों में आक्रोश फैल गया। सभासद अनिल सिंह, विनय सिंह भोला, आशुतोष सिंह समेत तमाम लोग सदर मोड़ चौराहा पहुंच गए। थोड़ी देर बाद पहुंचे सीओ सिटी अभय पांडेय ने हमलावरों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया।
कार में भाजपा का झंडा देखने पर किया हमला : कार में लगा भाजपा का झंडा देखने पर जुलूस में शामिल लोगों ने हमला किया। हमला ऐसा किया गया था कि मानो कार में सवार लोगों की जान लेने पर लोग तुले रहे हों। सभासद सिद्धार्थ सिंह का कहना था कि उनका कसूर इतना था कि उन्होंने साथ में पत्नी व बच्चों के होने का हवाला देते हुए साइड मांग लिया था। जुलूस में शामिल लोगों की मंशा कुछ और थी। कार में लगे भाजपा के झंडे पर जैसे ही लोगों की नजर पड़ी, आग बबूला हो गए। फिर इस बेरहमी से हमला किया गया, जैसे वह कोई अपराधी हों। कार में पत्नी व बच्चों को देखकर भी हमलावरों को रहम नहीं आया। हमले के दौरान लोग बोनट और कार की छत पर चढ़ गए थे। उन्हें चारों ओर से घेर लिया था। वह तो आस-पास के लोग दौड़े नहीं होते तो शायद उनकी जान नहीं बचती।