अब वन स्टॉप सेंटर पर रुकेंगी पीड़ित महिलाएं
प्रतापगढ़ प्रताड़ित महिलाओं को फरियाद करने के दौरान इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। अब
प्रतापगढ़ : प्रताड़ित महिलाओं को फरियाद करने के दौरान इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। अब उनके रुकने के लिए वन स्टॉप सेंटर का निर्माण कराया जाएगा। इस सेंटर पर उनके लिए नाश्ता-भोजन की भी व्यवस्था रहेगी।
घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं के अलावा अन्य उत्पीड़न से परेशान महिलाएं पहले थाने और पुलिस अफसरों का चक्कर लगाती हैं। जब पुलिस में कोई सुनवाई नहीं होती है तो जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय और महिला आयोग की शरण लेती है। प्रोबेशन कार्यालय पहले दो-चार बार दोनों पक्ष को बुलाकर काउंसिलिग करके विवाद को निस्तारित कराने का प्रयास करता है। इसके बाद भी जब विवाद नहीं सुलझता है तो प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय की ओर से पैरवी करके प्रताड़ित महिलाओं की थाने में एफआइआर दर्ज कराता है।
काउंसिलिग और थाने आने-जाने के दौरान कई बार पीड़ित महिला को जिला मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। कई बार देर शाम हो जाने पर पीड़ित महिलाएं घर नहीं जा पाती हैं, ऐसे में उन्हें बस स्टेशन या रेलवे स्टेशन पर रात गुजारनी पड़ती है। इस तरह पीड़ित महिलाओं को न्याय पाने के लिए कदम-कदम पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
पीड़ित महिलाओं को जिला मुख्यालय आने के दौरान किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए उनके रुकने का ठिकाना बनाया जा रहा है। सदर ब्लाक परिसर में 48 लाख रुपये की लागत से वन स्टॉप सेंटर का निर्माण प्रस्तावित है। इस सेंटर में पीड़ित महिलाएं एक हफ्ते तक रुक सकेंगी। सेंटर में उन्हें नाश्ता-भोजन मुफ्त में मिलेगा। इस सेंटर के साल भर में बनकर तैयार होने की उम्मीद है। जिला प्रोबेशन अधिकारी रंगनाथ वर्मा का कहना है कि उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के रुकने के लिए शासन ने वन स्टॉप सेंटर के निर्माण को मंजूरी दी है। इसके लिए 48 लाख रुपये बजट स्वीकृत किया गया है। इस सेंटर में एक हफ्ते तक पीड़ित महिलाएं रुक सकेंगी। उन्हें नाश्ता-भोजन मुफ्त दिया जाएगा।