जांच में फेल हुई पोलियो की नौ हजार खुराक दवा
आगरा की लैब में जांच में 24 हजार ओरल पोलियो खुराक लैब में हुई जांच में संक्रमित रहित पायी गई थी।
प्रतापगढ़ : प्रदेश के कई जिलों में संक्रमित पोलियो खुराक मिलने के मामले में प्रतापगढ़ की नौ हजार खुराक दवा पिलाने के लायक नहीं मिली है। यह दवा बी-130318 बैच की रही, जिसे शासन को वापस किया जा रहा है। जबकि बी-050318 और बी-070318 बैच की दवा प्रतापगढ़ में प्रयोग में लाई जाएगी।
इस जिले की 33 हजार ओरल पोलियो खुराक जांच के लिए यहां से दो माह पहले आगरा लैब में परीक्षण के लिए भेजी गई थी। आशंका थी कि यहां भेजी गई खुराक भी संक्रमित हो सकती है। आगरा की लैब में जांच में 24 हजार ओरल पोलियो खुराक लैब में हुई जांच में संक्रमित रहित पायी गई थी। इसकी रिपोर्ट दैनिक जागरण तीन हफ्ते पहले प्रकाशित कर चुका है।
दूसरे चरण की जांच में पता चला कि प्रतापगढ़ से जांच के लिए भेजी गई 33 हजार खुराक में से नौ हजार खुराब संक्रमित बैच की पायी गई। पल्स पोलियो अभियान जिले में 10 मार्च से चलाया जाएगा। इसके लिए पांच लाख बच्चों का लक्ष्य तय किया गया है। विभाग का दावा है कि प्रतापगढ़ में पोलियो का आखिरी केस 2008 में मिला था। उसके बाद से किसी भी बच्चे में इस बीमारी के लक्षण नहीं मिले। इसके बावजूद भारत सरकार ने यह अभियान प्रतापगढ़ से भी जोड़ा है।
सरकार का मानना है कि दूसरे देशों और प्रदेशों से आने वाले लोग इस संक्रमण को फैला सकते हैं। इसलिए यह अभियान जरूरी है। इसके लिए जिले में तैयारी की जा रही है। आठ मार्च को जागरूकता रैली निकाली जाएगी और 10 को महिला अस्पताल में डीएम अभियान का श्री गणेश करेंगे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सीपी शर्मा ने बताया कि अभियान की तैयारी कर ली गई है। चार सौ सुपरवाइजर लगाए गए हैं। जिला वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर देवानंद श्रीवास्तव का कहना है कि अभियान घर-घर जाकर चलाया जाएगा। बच्चों को पोलियो रोकने की दवा दी जाएगी।