तीन मौतों से अवतारपुर में मातम, स्वजन बदहवास
मां-बेटे समेत एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से अवतारपुर गांव व मृतक फूलचंद्र के घर में मातम छाया है। संवेदना जताने को लोगों का तांता लगा है। गांव में सन्नाटे जैसी खामोशी है।
संसू, बाघराय : मां-बेटे समेत एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से अवतारपुर गांव व मृतक फूलचंद्र के घर में मातम छाया है। संवेदना जताने को लोगों का तांता लगा है। गांव में सन्नाटे जैसी खामोशी है।
अवतारपुर निवासी फूलचंद्र प्रजापति पहली बार नवरात्र के पहले दिन पत्नी, बेटे व के साथ श्रृंगवेरपुर गंगा स्नान करने गया था। फूलचंद्र, उसकी मां उमराइन व बेटे सृजन उर्फ सचिन की सड़क हादसे में हुई दर्दनाक मौत से परिवार के साथ ही गांव में मातम का माहौल है। जो भी हादसे को सुन रह था, भागकर संवेदना जताने फूलचंद्र के घर पहुंच रहा था। हर कोई फूलचंद्र के स्वजनों को ढांढस बंधाता रहा। तीन लोगों की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। फूलचंद्र सात भाइयों में पांचवें नंबर पर था। वह घर पर ही रहकर खेती बारी करता था।
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चार सवारी, चालक बिना हेलमेट
हादसे कई बार अपनी नादानी, कमी व भूल से भी होते हैं। फूलचंद्र ने एक बाइक पर चार लोगों को बैठा लिया। खुद हेलमेट भी नहीं लगाया। हादसे में इस नासमझी को भी बड़ा कारण कहा जा रहा है।
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इकलौता बेटा था सृजन
फूलचंद्र का इकलौता बेटा सृजन था। बेटे व मां के साथ फूलंचद्र की भी मौत हो गई। पत्नी ममता की भी हालत गंभीर बनी हुई है। एसआरएन हास्पिटल में भर्ती बेटे, पति व सास की मौत से अनजान है।
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ट्रक चालक ने दुकान में घुसकर बचाई जान
बिहार बाजार स्थित पेट्रोल पंप के समीप हुए हादसे के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। आक्रोशित लोगों ने ट्रक चालक को दौड़ा लिया, लेकिन वह भागकर एक दुकान में घुस गया और शटर अंदर से बंद कर लिया। बाद में पहुंची पुलिस ने उसे बाहर निकाला, तब जाकर उसकी जान बच सकी। अगर वह दुकान में घुसकर शटर अंदर से बंद न कर लिया होता तो वह आक्रोशित भीड़ का शिकार हो जाता । फिलहाल पुलिस उसे हिरासत में लेकर थाने चली गई।