घर में मिली सास-बहू की लाश, सनसनी
प्रतापगढ़ : नगर कोतवाली क्षेत्र के भोजपुर बिहारगंज गांव में सोमवार की भोर में उस समय सनसनी फैल गई, जबकि घर में सास-बहू की लाश पाई गई।
प्रतापगढ़ : नगर कोतवाली क्षेत्र के भोजपुर बिहारगंज गांव में सोमवार की भोर में उस समय सनसनी फैल गई, जब एक घर के अंदर सास-बहू की लाश मिली। पुलिस से शिकायत न करने को लेकर बहू के मायके वाले दोपहर तक पंचायत करते रहे। सूचना मिलने पर पुलिस को आते देख बहू का पति भाग गया। पुलिस ने सास-बहू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
भोजपुर बिहारगंज गांव निवासी दिलीप ¨सह पत्नी ऊषा देवी (43) बेटी अनुप्रिया (12), दिव्यांशु (8) और मां बिट्टन देवी (75) के साथ घर पर रहता है। उसकी मां डेढ़ साल से लकवाग्रस्त थी। वह बिस्तर से नहीं उठ पाती थी। जब वह बहू ऊषा देवी को किसी काम से बुलाती थी तो वह झगड़ा करने लगती थी। मंगलवार को भोर में बिट्टन देवी ने ऊषा को बुलाया तो वह झगड़ा करने लगी। थोड़ी देर बाद संदिग्ध परिस्थितियों में बिट्टन और ऊषा की मौत हो गई। ऊषा के गले पर रस्सी का निशान बना था।
बेटी ऊषा की मौत की जानकारी होने पर हरिशरण ¨सह निवासी रामपुर कोटवा, बाघराय भागकर यहां पहुंचे। फिर दिलीप और उसके ससुर में पंचायत शुरू हुई। परिजनों ने हरिशरण को सलाह दिया कि अगर पुलिस से शिकायत करेंगे तो दिलीप जेल चला जाएगा। ऐसे में उसके दोनों बच्चे अनाथ हो जाएंगे। फिर दिलीप से यह कहा गया कि दोनों बच्चों के नाम खेत का बैनामा कर दें। दूसरी शादी नहीं करेगा। हरिशरण का कहना था कि अंतिम संस्कार तब होगा, जब उसके तीनों बेटे मंगलवार को आ जाएंगे। इसी बीच किसी ने एसपी को सूचना दे दी। थोड़ी देर बाद कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव, सीओ सिटी अतुल शर्मा, एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र पहुंच गए। पुलिस को आते देख शाम चार बजे दिलीप घर से फरार हो गया। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ करने के बाद सास-बहू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मौत कैसे हुई है। दिलीप फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।
मां के साथ सो रहे बच्चों को भनक तक नहीं लगी : कोतवाली क्षेत्र के भोजपुर बिहारगंज गांव में वृद्ध महिला बिट्टन देवी और उसकी बहू उषा देवी की किन परिस्थिति में मौत हुई, यह एक बड़ा सवाल है। उषा का पति दिलीप ¨सह इस घटना के बाद से भागा हुआ है। दिलीप और उसकी वृद्ध मां रविवार की रात अलग-अलग मड़हे में सो रहे थे। उषा अपनी बेटी अनुप्रिया व बेटे दिव्यांशु के साथ घर के अंदर सोई थी। पुलिस की पूछताछ में कुछ बातें ही अभी तक सामने आ पायी हैं, ऐसे में दोनों की मौत का रहस्य बरकरार है। सोमवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे अनुप्रिया व दिव्यांशु की नींद टूटी तो उनके पास उनकी मां नहीं थी। उन्होंने मां को खोजना शुरू किया तो घर के एक कोने में मां और दादी को जमीन पर गिरा देख सन्न रह गए। उनके रोने-चिल्लाने का शोर सुन आसपास के लोग इकट्ठा हुए।
दिलीप ने लोगों को खूब पढ़ाया पाठ : उषा का पति दिलीप लोगों को पहले यही भरमाता रहा कि उसकी मां की हार्ट अटैक से मौत हो गई, उसकी पत्नी यह सहन न कर सकी और वह भी चल बसी। गांव वालों को उसकी यह बात नहीं पची और किसी ने इसकी सूचना सीधे एसपी को दे दी। सूचना को एसपी ने गंभीरता से लिया और तत्काल एएसपी अवनीश कुमार मिश्रा को मौके पर भेजा। पुलिस के आने से पहले ही उषा का पति भाग निकला। पुलिस का संदेह उस पर गहरा गया है। गांव वालों के मुताबिक दिलीप का गांव की ही एक महिला से संबंध है। इसी को लेकर आए दिन पत्नी से विवाद होता था। संभव है कि रात में यही विवाद फिर उठा हो और दोनों में हाथापाई के दौरान पति ने रस्सी से उसका गला घोंट दिया हो। ग्रामीणों के मुताबिक उषा के गले पर रस्सी का निशान था। सवाल उठता है कि दिलीप की मां की मौत किन परिस्थितियों में हुई?।
समझौते का बनाते रहे दबाव : बाघराय थाना क्षेत्र के हरिपुर कोटवा का रहने वाला उषा का पिता हरिशरण ¨सह भी घटना की जानकारी मिलने के बाद ही पहुंच गया था। उस पर पहले गांव वाले समझौता करने का दबाव बना रहे थे, मगर पुलिस के पहुंच जाने से सारा मामला धरा का धरा रह गया। अब देखना यह कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या निकलकर आता है, पुलिस उसी आधार पर आगे बढ़ेगी।