जिले में चार गो संरक्षण केंद्रों को मिली मंजूरी
बेसहारा पशुओं की बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिले में चार और गो संरक्षण केंद्रों को मंजूरी मिली है। प्रत्येक केंद्र की स्थापना के लिए 96-96 लाख रुपये स्वीकृत किये गए हैं।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : बेसहारा पशुओं की बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिले में चार और गो संरक्षण केंद्रों को मंजूरी मिली है। प्रत्येक केंद्र की स्थापना के लिए 96-96 लाख रुपये स्वीकृत किये गए हैं।
अभी तक जिले में आठ अस्थाई गो संरक्षण केंद्र, दो वृहद गो संरक्षण केंद्र और तीन रजिस्टर्ड गो संरक्षण केंद्र हैं। इन केंद्रों में अभी तक 5753 पशु रखे गए हैं। इन मवेशियों के लिए 54 भूसा गोदाम बनाए गए हैं। प्रत्येक केंद्रों पर चारे (भूसा) व पानी के लिए चरही का निर्माण कराया गया है।
इन 13 गो संरक्षण केंद्रों के बाद भी सैकड़ों मवेशी बेसहारा शहर से लेकर गांव तक घूम रहे हैं। इनके लिए ग्रामीण लगातार गो संरक्षण केंद्रों की मांग करते आ रहे हैं। पशु चिकित्सालय विभाग भी समय-समय पर यह आकलन करता रहता है कि बेसहारा पशुओं की संख्या में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।
बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर जिले में चार और गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना की मंजूरी मिली है। यह गो संरक्षण केंद्र बिहार, पहाड़पुर (लालगंज), पूरे मोतीलाल (लालगंज) और कुंडा में बनेंगे। प्रत्येक केंद्र के निर्माण पर 96 लाख रुपये की लागत आएगी। इसके लिए बजट जारी कर दिया गया है।