गबन में नौ प्रधान समेत 26 कर्मियों पर हो चुकी एफआइआर
जिले में मनरेगा के तहत हुए विकास कार्यों में एक करोड़ रुपये से अधिक का गबन हो चुका है।
संसू, प्रतापगढ़ : जिले में मनरेगा के तहत हुए विकास कार्यों में एक करोड़ रुपये से अधिक का गबन हो चुका है। जांच में मामला सही पाए जाने पर नौ प्रधानों पर एफआइआर दर्ज हो चुकी है। चार ग्राम पंचायतों में त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित हो चुकी है। तीन बीडीओ के साथ ही 26 कर्मियों पर एफआइआर भी दर्ज हो चुकी है। इसके अलावा आधा दर्जन कर्मी निलंबित हो चुके हैं। 48 अफसरों से एक करोड़ 43 लाख रुपये की रिकवरी हो चुकी है।
वर्ष 2016 से 2019 तक में मनरेगा मद से जिले में खडं़जा, तालाब की खोदाई समेत कई विकास कार्य हुए हैं। इसमें सरकारी धन का गबन करने में गौरा, शिवगढ़, मंगरौरा, मानधाता, संडवा चंद्रिका व आसपुर देवसरा ब्लाक के नौ प्रधानों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। अनियमितता करने पर डीहा, मिश्रदयालपुर समेत चार ग्राम पंचायतों में त्रिस्तरीय कमेटी गठित हुई है। खास बात यह है गबन के मामले में गौरा व शिवगढ़ ब्लाक के बीडीओ रहे विकास शुक्ला व संडवा चंद्रिका के शोभनाथ मौर्य पर एफआइआर दर्ज हुई है। 10 लाख रुपये गबन करने के आरोप में बीडीओ संडवा चंद्रिका रही कुसुमलता का निलंबन हुआ था। सरकारी धन हजम करने पर बीडीओ, प्रधान, पंचायत सचिव, तकनीकी सहायक, लेखाकार समेत 26 पर एफआइआर दर्ज हो चुकी है। गबन में सचिव वीरेंद्र सरोज समेत तीन सचिव को निलंबित किया गया था। खास बात यह है कि अफसर समेत 48 कर्मियों से अब तक एक करोड़ 43 लाख 36 हजार रुपये की वसूली हो चुकी है। डीसी मनरेगा अजय कुमार पांडेय ने बताया कि गबन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने में कोई गुरेज नहीं की जाती है।