माड्यूल से नौनिहालों के पठन पाठन पर जोर
कोरोना संक्रमण काल में परिषदीय स्कूलों में बच्चे नहीं बुलाए जा रहे हैं। उन्हें आनलाइन पढ़ाने की व्यवस्था की गई है। 18 प्रकार के माड्यूल से उनका पठन-पाठन कराया जा रहा है। डायट के उपशिक्षा निदेशक इसकी मानीटरिग कर रहे हैं। समय-समय पर वह गूगल मीट के जरिए एआरपी व एसआरपी को दिशा निर्देश देते रहते हैं।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 18 Jul 2021 10:53 PM (IST)
संसू, प्रतापगढ़ : कोरोना संक्रमण काल में परिषदीय स्कूलों में बच्चे नहीं बुलाए जा रहे हैं। उन्हें आनलाइन पढ़ाने की व्यवस्था की गई है। 18 प्रकार के माड्यूल से उनका पठन-पाठन कराया जा रहा है। डायट के उपशिक्षा निदेशक इसकी मानीटरिग कर रहे हैं। समय-समय पर वह गूगल मीट के जरिए एआरपी व एसआरपी को दिशा निर्देश देते रहते हैं।
परिषदीय स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शासन गंभीर है। ऐसे बच्चे जिनके पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है, उन्हें पढ़ाने के लिए प्रेरणा साथी की मदद ली जा रही है। इसके साथ ही एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) एवं एसआरजी (स्टेट रिसोर्स ग्रुप) के माध्यम से शिक्षकों एवं प्रेरणा साथी को माड्यूल के जरिए पढ़ाने को प्रेरित किया जा रहा है। जिन माड्यूल से पठन-पाठन कराया जा रहा है उनमें रोचक प्रस्तावना, शिक्षण सामग्री, शैक्षिक गतिविधियां,सीखने के लिए बातचीत, समूह कार्य, परिवेश संसाधन का उपयोग, सकारात्मक प्रतिपुष्टि देना, शैक्षिक भ्रमण, सरल से कठिन की ओर,प्रोजेक्ट कार्य, कार्य एवं समरसता पर जोर दिया जा रहा है। शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह के निर्देशानुसार उप शिक्षा निदेशक डायट मुहम्मद इब्राहिम ने दो दिन पूर्व ऑनलाइन प्रशिक्षुओं के लिए अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बच्चों की शिक्षा से बाधित न हो, इसी उद्देश्य से 18 मॉड्यूल पर उप शिक्षा निदेशक मुहम्मद इब्राहीम ने प्रकाश डाला। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश कुमार, अमरेंद्र मिश्रा, जितेंद्र कुमार, करुणेश, नूर फातमा, अनूप कुमार, फिरोज खान, विजय, सतीश, कमल किशोर आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान तकनीकी सहायक राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षक मुहम्मद फरहीम, कुलदीप तथा अशोक भी रहे।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।