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ग्राम पंचायतों से आय का मसौदा तैयार करेंगे डीपीआरओ

राज्य वित्त और 14वां वित्त की मद से ही ग्राम पंचायतों का विकास नहीं होगा। अब गांवों से आय होने वाले विकास कार्यों का भी मसौदा डीपीआरओ और प्रधान तैयार करेंगे। इसके लिए जो कार्ययोजना तैयार होगी उसकी सीधे मॉनीटरिग डीपीआरओ करेंगे। इसे अनुमोदन कराने में डीपीआरओ शासन में सीधे पैरवी करेंगे। गांव से आय हो। आय होने वाले पैसे का गांव में ही विकास कार्यों में खर्च किया जाए। इसी पर पूरा जोर है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 10:26 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 10:26 PM (IST)
ग्राम पंचायतों से आय का मसौदा तैयार करेंगे डीपीआरओ
ग्राम पंचायतों से आय का मसौदा तैयार करेंगे डीपीआरओ

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : राज्य वित्त और 14वां वित्त की मद से ही ग्राम पंचायतों का विकास नहीं होगा। अब गांवों से आय होने वाले विकास कार्यों का भी मसौदा डीपीआरओ और प्रधान तैयार करेंगे। इसके लिए जो कार्ययोजना तैयार होगी, उसकी सीधे मॉनीटरिग डीपीआरओ करेंगे। इसे अनुमोदन कराने में डीपीआरओ शासन में सीधे पैरवी करेंगे। गांव से आय हो। आय होने वाले पैसे का गांव में ही विकास कार्यों में खर्च किया जाए। इसी पर पूरा जोर है।

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जिले भर में 17 ब्लाक हैं। इसके अंतर्गत सदर, मानधाता, गौरा, शिवगढ़, पट्टी, आसपुर देवसरा, बिहार, कुंडा सहित अन्य ब्लाक शामिल हैं। इसके तहत कुल 1241 ग्राम पंचायतें हैं। ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। नए कार्यकाल में ग्राम पंचायतों को सु²ढ़ बनाने के लिए अभी से ही मंथन शुरू हो गया है। केवल सरकारी मद से ही विकास कार्य नहीं होंगे। बल्कि ऐसा प्रयोग प्रयोग किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ग्राम पंचायतों से होने वाली आय से गांव के विकास की इबारत लिखी जाएगी। गांव की खुली बैठक में कार्ययोजना तैयार होगी। इसके बाद प्रधान सचिव से रिपोर्ट लगाकर फाइल डीपीआरओ को देंगे। डीपीआरओ विभाग के डिप्टी डायरेक्टर से अनुमोदन लेकर बजट मुहैया कराएंगे। इसके बाद कार्य शुरू होगा।

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तालाब में होगा मछली पालन

ग्राम पंचायतों में मौजूद तालाबों का हाल बेहाल है। अधिकांश में पानी नहीं हैं। तालाबों को मनरेगा के जरिए खोदाई कराया जाएगा। इसके बाद उसमें पानी भरा जाएगा। फिर उसमें मछली पालन का व्यवसाय होगा। इससे होने वाली आय से गांव का विकास होगा। इसी तरह से ग्राम पंचायतों की खाली पड़ी जमीनों पर फूल उगाए जाएंगे। उसकी बिक्री होगी।

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ग्राम पंचायतों को सु²ढ़ बनाने के लिए मंथन हो रहा है। ग्राम पंचायतों से होने वाली आय से गांवों का विकास कार्य कराया जाएगा।

- रवि शंकर द्विवेदी, डीपीआरओ


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