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परफार्मेंस ग्रांट की फर्जी रिपोर्ट भेजने पर फंसे डीपीआरओ, अटैच

लिपिक के भरोसे में डीपीआरओ फंस गए और उनको पंचायतीराज निदेशक के कार्यालय में अटैच कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 11:20 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 06:04 AM (IST)
परफार्मेंस ग्रांट की फर्जी रिपोर्ट भेजने पर फंसे डीपीआरओ, अटैच
परफार्मेंस ग्रांट की फर्जी रिपोर्ट भेजने पर फंसे डीपीआरओ, अटैच

संसू, प्रतापगढ़ : लिपिक के भरोसे में डीपीआरओ फंस गए और उनको पंचायतीराज निदेशक के कार्यालय में अटैच कर दिया गया।

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डीपीआरओ लालजी दुबे ने तीन जुलाई को जिले में चार्ज लिया था। प्रमोशन के बाद वर्ष 2017-18 में उनकी तैनाती गाजीपुर में बतौर डीपीआरओ के पद पर हुई थी। नई तैनाती के दौरान कार्यालय के एक लिपिक ने भरोसे में लेकर परफार्मेंस ग्रांट की फर्जी रिपोर्ट डीपीआरओ से हस्ताक्षर कराकर निदेशक के यहां भेज दी थी। मामले की जांच हुई तो पता चला कि जिले की 13 ग्राम पंचायतों में करीब पांच करोड़ रुपये ग्रांट के जरिए आ गया। हालांकि बाद में उसे वापस किए जाने का दावा डीपीआरओ कर रहे हैं। इस मामले को शासन ने संज्ञान में लेते हुए डीपीआरओ लालजी दुबे को निदेशक के यहां अटैच किया है। आदेश आने पर यह मामला आग की तरह पूरे विभाग में फैल गया। हालांकि डीपीआरओ अपने सरल स्वाभाव के चलते लिपिक की गलती का शिकार हो गए। इस वाकये से कर्मचारी, सचिव व प्रधान स्तब्ध हैं। डीपीआरओ ने बताया कि लिपिक के भरोसे में आकर रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर दिया था।


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