हर तरफ मिली गंदगी और लापरवाही, लगाई फटकार
प्रतापगढ़ करोड़ों की लागत से हो रहा रेलवे जंक्शन के कायाकल्प का कार्य बहुत धीमी गति स
प्रतापगढ़ : करोड़ों की लागत से हो रहा रेलवे जंक्शन के कायाकल्प का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। विभागीय अधिकारी समय की पटरी पर नहीं चल रहे हैं। यह दशा देख डीआरएम लखनऊ मंडल ने कड़ी नाराजगी जताई। कई अधिकारियों को उन्होंने सख्त लहजे में फटकार भी लगाई।
रेलवे जंक्शन पर रविवार को विशेष निरीक्षण यान से डीआरएम सतीश कुमार पहुंचे। दिन में करीब पौने तीन बजे वह आए और सवा घंटे तक एक कोने से लेकर दूसरे कोने तक घूमे। आरक्षण काउंटर, पोर्टिको से लेकर विभाग के शौचालय तक जाकर चल रहे कार्य का जायजा लिया। सबसे अधिक नाराज वह सीएचआइ पर हुए। जंक्शन के दूसरे गेट के बगल बने शौचालय व गुजरे नाले के पास गंदगी का अंबार देख सीएचआइ को खोजा तो वह नहीं मिले।
बाद में एसएस के बगल वाले कक्ष में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान सीएचआइ के आ जाने पर उनको फटकार लगाई। कहा कि यह क्या हाल बना रखा है आपने, इट इज वेरी बैड। सफाई क्यों नहीं कराते। इस पर सीएचआइ ने मजदूरों की संख्या बहुत कम होने की बात कही तो डीआरएम और नाराज हो गए, बोले काम करने में रुचि हो तो संसाधन भी मिल जाते हैं। नगर पालिका की मदद क्यों नहीं लेते। मैं इस बार में डीएम से भी बात करूंगा। आरपीएफ के बैरिक को स्वच्छ रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एडीआरएम मोइनुद्दीन काजी, एसएस टीएन शर्मा, एडीईएन निहालुद्दीन, आइओडब्लू हरेश कुमार, चीएफ पीडब्ल्यूआइ राम शंकर, अवधेश पाल आदि मौजूद रहे।
नहीं मिली चाबी : दिव्यांगों के लिए बनाए गए शौचालय का निरीक्षण डीआरएम नहीं कर पाए। वहां पहुंचे तो उसकी चाबी ही किसी के पास नहीं थी। इस पर वह नाराज भी हुए।
दो प्लेटफार्म बनेंगे शीघ्र : रेलवे जंक्शन पर प्लेटफार्म नंबर चार व पांच का निर्माण शीघ्र पूरा होगा। डीआरएम सतीश कुमार ने यार्ड से मलबा और कूड़ा हटाकर प्लेटफार्म के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो प्लेटफार्म सात व छह व सात भी बनाए जाएंगे।
कुलियों ने मांगा आश्रय स्थल : रेलवे जंक्शन पर बोझ उठाने वाले कुलियों ने अपनी मांगों को लेकर डीआरएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान शिव बहादुर, मुन्ना लाल, पप्पू पटेल, राम बहादुर, राकेश, ओम प्रकाश व शिवमूर्ति मौजूद रहे। कुलियों ने जंक्शन पर रात में रुकने के लिए आश्रय स्थल, गैर पंजीकृत कुलियों का पंजीकरण कराने की मांग की। डीआरएम ने इसका आश्वासन दिया।