प्रतापगढ़ में कार्रवाई, CHC संड़वा चंद्रिका के अधीक्षक हटे, जांच में CMO को मिली थी अव्यवस्था
प्रतापगढ़ के सीएमओ ने सड़वा चंद्रिका सीएचसी का निरीक्षण किया। मरीजों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं थी। वार्ड में गंदगी व्याप्त थी। उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। ओटी में औजार दुरुस्त नहीं मिले। संबंधित लोगों को फटकार लगाते हुए अधीक्षक डा. प्रवीन कुमार को हटा दिया।
प्रतापगढ़, जेएनएन। प्रतापगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) संड़वा चंद्रिका का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में अव्यवस्थाओं को देख नाराजगी जताते हुए सीएमओ ने तत्काल प्रभाव से वहां के अधीक्षक डा. प्रवीन कुमार को हटा दिया। इसके बाद उन्होंने नए अधीक्षक की तैनाती भी कर दी है।
डा. मनोज कुमार कनौजिया संड़वा चंद्रिका के नए अधीक्षक : सीएमओ डा. जीएम शुक्ला शुक्रवार को करीब 11 बजे सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे। मरीजों को बैठने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। वार्ड में गंदगी व्याप्त थी। इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। उपस्थित रजिस्टर व स्टाक रजिस्टर के साथ दवा काउंटर का निरीक्षण किया। ओटी में औजार दुरुस्त नहीं मिले। इस पर उन्होंने संबंधित लोगों को फटकार लगाते हुए अधीक्षक डा. प्रवीन कुमार को हटा दिया। सुखपाल नगर के अधीक्षक डा. मनोज कुमार कनौजिया को संड़वा चंद्रिका का अधीक्षक बनाया है।
सीएमओ डा. जीएम शुक्ल ने डेंटिस्ट को गायब किया : सीएमओ डा. जीएम शुक्ल ने सीएचसी गड़वारा का निरीक्षण किया। उपस्थिति रजिस्टर देखने पर पाया कि डेंटिस्ट मोहम्मद साकिब गायब थे। इस पर सीएमओ ने उन्हें अनुपस्थित कर दिया। हालांकि जब सीएमओ चिकित्सालय का मुआयना कर रहे थे तब तक चिकित्सक मोहम्मद साकिब आ गए। स्वास्थ्य कर्मियों ने जलसंकट के बारे में सीएमओ को अवगत कराया। उन्होंने समस्या को शीघ्र दूर कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद सीएमओ एएनएम सेंटर संग्रामपुर किला पहुंचे। सेंटर पर एएनएम मौजूद नहीं मिलीं। गड़वारा सेंटर भी बंद मिला। एएनएम यहां भी मौजूद नहीं मिली।
दो प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस : प्रतापगढ़ के अस्पताल के निरीक्षण में लापरवाही मिलने पर सीएमओ ने दो निजी अस्पतालों को नोटिस देकर जवाब मांगा है। शुक्रवार को सीएमओ के निर्देश पर निजी अस्पतालों पर छापेमारी की गई। रानीगंज के दुर्गागंज बाजार पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को नेहा हास्पिटल और मां मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल में मरीज भर्ती मिले। पैरामेडिकल स्टाफ के अलावा कोई चिकित्सक नहीं मिला। इस पर दोनों अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा गया। टीम में डा. शबीब हैदर, अपर शोध अधिकारी आरजी चौधरी, फणींद्र प्रताप सिंह रहे।