वोटरों से बोलते, बतियाते और समझाते रहे बूथ
प्रतापगढ़ अपना वोट शांतिपूर्वक डालें..कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करें।
प्रतापगढ़ : अपना वोट शांतिपूर्वक डालें..कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करें। किसी के प्रलोभन में न आएं। नीला बटन दबे तभी समझें कि वोट पड़ा। वोट डालने के बाद शांतिपूर्वक अपने घर जाएं। वोटरों से इस तरह का संवाद बूथों ने किया। उनको जानकारी दी कि मतदान कैसे करें, क्या करें और क्या नहीं।
सदर में भले ही उपचुनाव था, पर चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी की थी। आयोग द्वारा इस बार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए नए-नए प्रयोग किए गए। इसमें बूथों पर मतदान संबंधी जरूरी जानकारी के पोस्टर हर ओर लगाए गए। बड़े-बड़े अक्षरों वाले इन बहुरंगी पोस्टरों में वोटरों के काम की जानकारी छपने से उनको बहुत सहूलियत हुई। लोगों ने एक नजर डाली और जान लिया कि मतदान कैसे करें, पीठासीन अधिकारी का क्या कर्तव्य है, अंगुली में स्याही कौन लगाएगा, वोट देने के लिए कौन-कौन से पहचान पत्र मान्य हैं।
यही नहीं बूथ पहली बार अपना परिचय भी खुद दे रहे थे। सफेद रंग का परिचय पत्र दीवारों पर चस्पा था। उसमें बीएलओ और चुनाव अधिकारी के नाम, मोबाइल नंबर के साथ ही बूथ की लोकेशन भी दर्ज थी। साथ ही डीएम, प्रेक्षक व आरओ का नाम भी दर्ज था। यह परिचय पत्र चुनाव आयोग ने जारी किया था। कहने का मतलब यह कि बूथ खुद अपना परिचय पत्र लगाए हुए। इसके अलावा प्रत्याशियों के नाम की सूची बड़े पोस्टर में उनके निशान और नाम पते के साथ ही लगाई गई थी। इसके जरिए नई पीढ़ी के वोटरों को अपने प्रत्याशियों के बारे में प्रारंभिक जानकारी पाने में आसानी हुई।
मतदाताओं ने इस प्रयोग को बहुत पसंद भी किया। दैनिक जागरण टीम को कई लोग मिले जो इसे सराह रहे थे। चिलबिला में मिलीं रेखा उमरवैश्य, गिरीश पांडेय, महुली में मिले संजय कुमार, अजीत नगर में मिले डा. सुधाकर सिंह, सदर बाजार में मिले दुर्गेश योगी जैसे कई मतदाताओं ने कहा कि बूथों पर जो तैयारी थी वह बहुत अच्छी थी। इस वजह से कोई समस्या नहीं हुई। लोगों ने बिना भटके अपने सबसे बड़े अधिकार का प्रयोग किया।