डीएम,एसपी के आश्वासन के बाद आइएएस के भाई की हुई अंत्येष्टि
बाबागंज (प्रतापगढ़) समाज कल्याण निदेशक सह विशेष सचिव आइएएस राकेश शुक्ल के भाई अश्वनी शुक्ल
बाबागंज (प्रतापगढ़) : समाज कल्याण निदेशक सह विशेष सचिव आइएएस राकेश शुक्ल के भाई अश्वनी शुक्ल (55) की अंत्येष्टि मंगलवार को गम और गुस्से के बीच हुई। सुबह घर वालों ने यह कहते हुए अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया कि पहले डीएम और एसपी आएं, उनकी बात सुनें। दोनों अधिकारी दरवाजे पर पहुंचे। मांगें सुन उन्हें पूरा कराने का आश्वासन दिया,तब स्वजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। फिर श्रृंगवेरपुर घाट पर अंतिम संस्कार हुआ।
महेशगंज थाना क्षेत्र के पूरे हरकेश गांव निवासी आइएएस अधिकारी राकेश शुक्ल समाज कल्याण विभाग में निदेशक हैं। उनके छोटे भाई अश्वनी शुक्ल (55) ने गांव के हृदयपाल उर्फ दुम्मा पुत्र कल्लू बनवासी को 10 हजार रुपये उधार दिए थे। सोमवार सुबह वह उधारी मांगने उसके घर गए तो दुम्मा आनाकानी करने लगा। इस पर अश्वनी ने कहा कि ठीक है, तुम्हारी बाइक ले जा रहे हैं, पैसा देकर अपनी बाइक ले जाना। अश्वनी जैसे ही बाइक ले जाने लगे, दुम्मा ने छप्पर की थूनी उखाड़ उनके सिर पर पीछे से हमला कर दिया। इससे वह नीचे गिर गए। स्वजन पहले रायबरेली के अस्पताल ले गए फिर मेडिकल कालेज लखनऊ ले जाया गया जहां अश्वनी की मौत हो गई।
पोस्टमार्टम के बाद रात करीब 9:30 बजे पार्थिव शव लखनऊ से लाया गया। महेशगंज थाने में मौजूद एसडीएम कुंडा सतीश त्रिपाठी व एएसपी पश्चिमी रोहित मिश्रा भी आए। एसओ महेशगंज आशुतोष त्रिपाठी, एसओ बाघराय अखिलेश कुमार व एसओ जेठवारा रवींद्र तिवारी हमराहियों के साथ पहले से ही मौजूद थे। रात में अंतिम संस्कार नहीं किया गया। मंगलवार सुबह महेशगंज एसओ फोर्स के साथ पहुंचे तो डीएम, एसपी के आए बिना स्वजनों ने अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। वह परिवार के एक सदस्य को नौकरी, एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता व शस्त्र लाइसेंस, मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की मांग करने लगे। एसडीएम कुंडा ने स्वजन तथा मौके पर मौजूद भारतीय राष्ट्रीय प्रबुद्ध पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, महासचिव पवन मिश्रा, मीडिया प्रभारी सुशील शुक्ला को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। करीब 11:30 बजे डीएम डा. नितिन बंसल व एसपी सतपाल अंतिल भी पहुंचे और आइएएस राकेश शुक्ल व उनके परिवार के शासन स्तर से हरसंभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। दोपहर करीब 12 बजे स्वजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए।
बात करते समय भावुक हुए डीएम
समाज कल्याण निदेशक से वार्ता करते समय डीएम नितिन बंसल भावुक हो गए। घटना को बड़ी दुखद बताते हुए परिवार के साथ होने की बात कही। आश्वासन दिया कि शासन से जो भी मदद संभव होगी, दिलाई जाएगी।