प्रशासनिक टीम ने शुरू किया दौरा, श्रमिकों को आश्वासन
प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को किश्त का पैसा उनके खाते में भेजा गया। आवास भी बनकर तैयार हुआ लेकिन आवास बनाने में लाभार्थियों द्वारा किए गए श्रम के एवज में मनरेगा से मजदूरी दी जानी थी लेकिन साल भर से अधिक का समय बीतने के बाद भी उनको पैसा नहीं दिया गया। दैनिक जागरण ने आवास के लाभार्थियों से बातचीत कर उनकी समस्या को उठाया। खबर प्रकाशित होने के बाद अफसरों में खलबली मच गई। दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ ने मामले में जांच बैठा दी है। अब प्रशासनिक टीम गांव-गांव जाकर लाभार्थियों से बातचीत कर उनका बकाया मजदूरी का पैसा जल्द दिलाने का आश्वस्त कर रही है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को किश्त का पैसा उनके खाते में भेजा गया। आवास भी बनकर तैयार हुआ, लेकिन आवास बनाने में लाभार्थियों द्वारा किए गए श्रम के एवज में मनरेगा से मजदूरी दी जानी थी, लेकिन साल भर से अधिक का समय बीतने के बाद भी उनको पैसा नहीं दिया गया। दैनिक जागरण ने आवास के लाभार्थियों से बातचीत कर उनकी समस्या को उठाया। खबर प्रकाशित होने के बाद अफसरों में खलबली मच गई। दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ ने मामले में जांच बैठा दी है। अब प्रशासनिक टीम गांव-गांव जाकर लाभार्थियों से बातचीत कर उनका बकाया मजदूरी का पैसा जल्द दिलाने का आश्वस्त कर रही है।
सदर क्षेत्र के ग्राम सभा कुसमी व संडवा चंद्रिका ब्लाक के माधोपुर सहित कुछ अन्य गांवों में लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास दो साल पहले मिला था। आवास का पैसा तीन किश्त में आ गया, लेकिन कुसमी के रोहित कुमार, राम प्रताप सिंह, राकेश कुमार सहित कई लाभार्थियों का मनरेगा से मजदूरी का पैसा पूरा नहीं मिला, जबकि लाभार्थियों ने 90 दिन काम किया था। एक भी ऐसा लाभार्थी नहीं हैं, जिनको निर्धारित दिन का पूरा पैसा दिया गया हो। दैनिक जागरण ने लाभार्थियों से बातचीत कर उनकी समस्या को उठाया। इस बाबत दैनिक जागरण के सोमवार और मंगलवार के संस्करण में खबर प्रकाशित हुई तो अफसर सतर्क हो गए। दैनिक जागरण की प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए सीडीओ अश्वनी कुमार पांडे ने मामले की जांच करने के लिए बीडीओ सदर डा. आकांक्षा सिंह को निर्देशित किया। बीडीओ के निर्देश पर बुधवार को अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी एसके मिश्रा व सचिव अविनाश कुमार गांव में पहुंचे। उन्होंने लाभार्थियों से बात की। लाभार्थियों ने टीम को बताया कि 90 दिन काम किया गया, लेकिन पूरी मजदूरी नहीं मिली। उनसे पूछताछ कर टीम वापस लौट गई। रिपोर्ट सीडीओ को भेजी जा रही है।
दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लिया गया। संबंधित गांव में टीम भेजकर जांच कराई जा रही है। प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को मजदूरी का पैसा पूरा क्यों नहीं भेजा गया। इस बिदु पर जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
- अश्वनी कुमार पांडेय, सीडीओ
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सीडीओ के निर्देश पर जांच के लिए टीम गांव में गई थी। मनरेगा से मिलने वाली मजदूरी का पैसा न भेजे जाने का कारण पता लगाया जा रहा है। टीम से रिपोर्ट मिलने के बाद उसे सीडीओ के पास भेजा जाएगा।
- डा. आकांक्षा सिंह, बीडीओ सदर ---