Move to Jagran APP

सड़क हादसों में 831 लोगों ने गवांई जान

वाहनों की तेज रफ्तार लोगों को मौत की नींद सुला दे रही है। पिछले तीन साल में 831 लोग जान गवां चुके हैं। यह आंकड़ा हर साल तीन सौ के करीब है। सड़क हादसों की संख्या कम होने के बजाय हर साल बढ़ती जा रही है। इसकी वजह है कि प्रत्येक वर्ष दो पहिया चार पहिया समेत अन्य वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर किसी व्यक्ति को गंतव्य स्थल तक पहुंचने की जल्दी रहती है। ऐसे में काफी घटनाएं एक-दूसरे वाहन को ओवरटेक करने के दौरान होती है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 11:24 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 11:24 PM (IST)
सड़क हादसों में 831 लोगों ने गवांई जान

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : वाहनों की तेज रफ्तार लोगों को मौत की नींद सुला दे रही है। पिछले तीन साल में 831 लोग जान गवां चुके हैं। यह आंकड़ा हर साल तीन सौ के करीब है। सड़क हादसों की संख्या कम होने के बजाय हर साल बढ़ती जा रही है। इसकी वजह है कि प्रत्येक वर्ष दो पहिया, चार पहिया समेत अन्य वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर किसी व्यक्ति को गंतव्य स्थल तक पहुंचने की जल्दी रहती है। ऐसे में काफी घटनाएं एक-दूसरे वाहन को ओवरटेक करने के दौरान होती है।

loksabha election banner

निर्धारित गति सीमा से डेढ़ से दो गुना तक रफ्तार से लोग वाहन चलाते हैं। भीड़-भाड़ और कस्बों में भी लोग वाहन की रफ्तार कम नहीं करते हैं। ऐसे में लोगों के सड़क पार करते समय चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसा ही हादसा मानिकपुर थाना क्षेत्र के देशराज का इनारा गांव में 19 नवंबर 2020 की रात को हुआ। जब बरात से लौटते समय वाहनों को ओवरटेक करने के दौरान बोलेरो खड़े ट्रक में घुस गई थी, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई थी।

आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो तकरीबन हल साल पांच सौ के करीब हादसे हो रहे हैं। इसमें जहां करीब साढ़े तीन सौ लोग जहां लहूलुहान होते हैं, वहीं करीब तीन सौ लोगों की जान चली जा रही है। दिनों दिन यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

---

कोहरे में बढ़ जाते हैं हादसे

अमूमन यह देखा गया है कि कोहरे के दौरान सड़क हादसे बढ़ जाते हैं। धुंध के कारण सामने से आने वाले वाहन दूर से नहीं दिखाई पड़ते हैं। करीब पहुंचने पर रफ्तार की वजह से वाहन पर चालक नियंत्रण खो बैठता है और हादसे का शिकार हो जाता है। अन्य सीजन में जहां महीने भर में तकरीबन 35 हादसे होते हैं, वहीं नवंबर से फरवरी के दौरान यह आंकड़ा करीब 50 तक पहुंच जाता है।

-----------------------------

वर्ष कुल हादसा कुल घायल कुल मौत

2018 538 351 323

2019 521 346 306

22 नवंबर 313 207 202

2020 तक

-----------------------------

कुल योग 1372 904 831

-----------------------------

--हर साल अपराध की घटनाओं से काफी अधिक मौतें सड़क हादसों में होती हैं। सड़क हादसे तेज रफ्तार, यातायात नियमों के उल्लंघन से होते हैं-

अनुराग आर्य, एसपी

-----------------

सड़क सुरक्षा के सुनहरे नियम

-हमेशा दो पहिया वाहन चालक व सवार व्यक्ति हेलमेट पहनें।

-सदैव बाइक चलाते समय स्टंट न करें।

-कभी बाएं से किसी वाहन को ओवरटेक न करें।

-वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें।

-निर्धारित गति सीमा का अवश्य पालन करें।

-सीट बेल्ट जरूर बांधें।

-वाहन कभी असुरक्षित ढंग से न चलाएं।

-सदैव यातायात नियमों का पालन करें।

-कभी शराब पीकर वाहन न चलाएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.