स्लिम लुक के चक्कर में बीमार हो रहे युवा
जागरण संवाददातापीलीभीत फैशन के युग में युवाओं में खासकर युवतियों में खुद को स्लिम दिखने के लिए डायटिंग की जा रही है।
जागरण संवाददाता,पीलीभीत: फैशन के युग में युवाओं में खासकर युवतियों में खुद को स्लिम दिखने की ललक बढ़ती जा रही है। इसको लेकर कोई डायटिग कर रहा है तो कोई अन्य हथकंडे अपना रहा है, लेकिन स्लिम दिखने की चाह में वह लोग बीमारियों का शिकार होते जा रहे है।
डॉक्टरों के मुताबिक वजन कम करने के लिए कम भोजन या मोटे होने के डर से भूख का कम लगना भी एक बीमारी है। ऐसे लोग शरीर में कई अन्य बीमारियों को दावत दे रहे है। आज के दौर में स्लिम दिखना भी फैशन का ही एक हिस्सा बनता जा रहा है। हर लड़की चाहती है कि उसकी पसंदीदा ड्रेस उसकी बॉडी पर आसानी से फिट हो जाए और उस ड्रेस में वह अच्छी वह दिखे। यही वजह है कि थोड़ा सा भी वजन बढ़ने पर डायटिग जैसे हथकंडे अपनाना शुरु कर देती हैं। डायटिग के जरिए लोग पौष्टिक आहार लेना बंद कर देते है या भोजन न कर भूखे रहना डायटिग का सबसे आसान तरीका मानते है, लेकिन भोजन न करके जो वजन कम करने का रास्ता अपनाया जा रहा है वह हानिकारक है। फोटो: 9 पीआइएलपी 15
वजन कम करने के लिए कम भोजन करना या मोटे होने के डर से भूख का कम लगना भी एक बीमारी है। वे लोग वजन कम करने के लिए हमेशा कम आहार लेना पसंद करते है। शरीर में शारीरिक कमजोरी, पोषक तत्वों की कमी, बाल झड़ना, धीमी शारीरिक प्रतिक्रिया, जल असंतुलन, रक्त संचार में कमी, डिप्रेशन व चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। डायटिग के लिए चिकित्सक का परामर्श बेहद जरुरी है।
-डॉक्टर शैलेंद्र गंगवार
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स्लिम दिखना हर किसी की चाह होती है, लेकिन इसके लिए डायटिग करना भी जरुरी नहीं है। खानपान में संयम रखकर भी शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
-प्राची
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स्वस्थ शरीर के लिए हेल्दी डायट लेना बेहद जरुरी है। असमय खानपान व जंकफूड का सेवन शरीर के लिए नुकसान ही देता है। सलाद, हरी सब्जियों का सेवन भी काफी मददगार साबित हो सकता है।
-पूजा सक्सेना
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मेरी नजर में कम कैलोरी आहार लेकर वजन कम करना ठीक नहीं है। यादि वजन को कम करना है, तो खाने में वसा व शर्करा की कमी करनी चाहिए। तरल पदार्थ का सेवन भी कारगर है।
-पिकी देवल
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